पुणे, 9 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
बदलती जीवनशैली के कारण होने वाली बीमारियों का सामना करने के लिए आहार में पोषक तत्वों से भरपूर तृणधान्य का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है. इसके उत्पादन और बिक्री के लिए नवीन विचारों की आवश्यकता है. किसानों को पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग में मदद करके उनके सपनों को साकार करने की जिम्मेदारी विपणन मंडल की है, यह बात विपणन मंत्री जयकुमार रावल ने गुरुवार को कही. वह गणेश कला क्रीड़ा मंडल में आयोजित दूसरे मिलेट महोत्सव के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे. इस मौके पर कृषि विपणन मंडल के निदेशक विकास रसाल, कार्यकारी निदेशक संजय कदम, सहायक प्रबंधक विनायक कोकरे, सिंधखेड़ा बाजार समिति के अध्यक्ष नारायण पाटिल भी उपस्थित थे.
रावल ने कहा कि दुनिया भर में तृणधान्य की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र में 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक तृणधान्य वर्ष के रूप में मनाने की मांग की है. कणधान्य (मिलेट) का उपयोग सिर्फ एक वर्ष तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि किसानों द्वारा उगाए गए तृणधान्य को उचित बाजार उपलब्ध कराना विपणन विभाग की जिम्मेदारी है. तृणधान्य महोत्सव राज्य के अन्य जिलों में भी आयोजित किए जाएंगे, और इसके लिए विपणन मंडल एक पुल का काम करेगा जो उत्पादकों को ग्राहकों से जोड़ सके. हमें संकल्प लेना चाहिए कि हमारे किसान का माल वैेिशक बाजार तक पहुंचे. मिलेट महोत्सव 12 जनवरी तक जारी रहेगा, और इस महोत्सव में राज्य के विभिन्न हिस्सों से मिलेट उत्पादक, प्रक्रिया में कार्यरत बचत समूह, सहकारी संस्थाएं, किसान उत्पादक कंपनियां, और स्टार्टअप कंपनियां भाग ले रही हैं, यह जानकारी विपणन मंडल के कार्यकारी निदेशक संजय कदम ने उद्घाटन भाषण में दी. रावल ने प्रदर्शनी स्टॉल का दौरा किया और वहां की गतिविधियों की समीक्षा की. इस अवसर पर मिलेट जागरूकता के लिए आयोजित बाइक रैली की शुरुआत भी रावल ने हरी झंडी दिखाकर की.
मुंबई में कृषि उत्पादन के लिए विश्वस्तर का मार्केट बनाया जाएगा
फल, फूल, और अनाज जैसी कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए मुंबई में वेिशस्तरीय बाजार स्थापित करने का हमारा संकल्प है. इसके लिए रेलवे, हवाई सेवाएं और बंदरगाह के पास लगभग एक से डेढ़ हजार एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ इस संदर्भ में चर्चा करने का हम योजना बना रहे हैं, यह बात विपणन मंत्री जयकुमार रावल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. रावल ने कहा कि किसान अच्छे उत्पादन करते हैं, लेकिन वे अपने उत्पादों की बिक्री में कमजोर पड़ जाते हैं. इसके लिए विपणन मंडल उन्हें सहयोग करेगा. अगर मुंबई में एक बड़ा बाजार स्थापित होता है, तो इसका लाभ कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए भी होगा. पुणे में भी बाजार का विस्तार किया जाएगा. पुणे में जल्द ही फूल बाजार स्थापित किया जाएगा. सोयाबीन की खरीद में बारदाना की कमी के कारण कुछ समस्याएं आई थीं. इस बारे में नाफेड और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की गई थी. तीन दिनों में कोलकाता से बारदाना आ रहा है, जिससे सोयाबीन की खरीद फिर से शुरू होगी. हम हरे चने की खरीद के प्रयास भी करेंगे, रावल ने यह जानकारी दी.