दुग्ध व्यवसाय संगठित होने पर मिलावट बंद होगी

उद्यमिता विकास परिषद में केंद्रीय दुग्धपालन और पशुपालन मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा

    14-Jan-2025
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निगड़ी, 13 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
केंद्रीय मत्स्यपालन, दुग्धपालन और पशुपालन मंत्री राजीव रंजन सिंह ने कहा कि दुग्ध व्यवसाय असंगठित क्षेत्र में होने के कारण दूध में मिलावट के मामले होते हैं, लेकिन जब यह व्यवसाय संगठित क्षेत्र में आएगा और सहकारी संस्थाओं के रूप में बदल जाएगा, तो दूध में मिलावट हमेशा के लिए बंद हो जाएगी. यह विचार उन्होंने पिंपरी-चिंचवड़ शहर में राज्य सरकार के पशुपालन और मत्स्यपालन विभाग द्वारा सोमवार (13 जनवरी) को आयोजित उद्यमिता विकास परिषद में व्यक्त किए. इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल, राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन, राज्य की दुग्ध और पशुपालन मंत्री पंकजा मुंडे, गौ- सेवा आयोग के अध्यक्ष शेखर मुंदड़ा, विभाग की सचिव अलका उपाध्याय, सांसद मेधा कुलकर्णी, विधायक उमा खापरे एवं विधायक अमित गोरखे आदि उपस्थित थे. पशुपालन और दुग्धव्यवसाय विभाग ने 14 जनवरी से 13 फरवरी तक पशुपालन और पशु कल्याण माह घोषित किया है, जिसके दौरान पूरे देश में जागरूकता अभियान और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
 
इसका उद्घाटन भी इस अवसर पर किया गया. राजीव रंजन सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत 24 जून 2020 को शुरू की गई योजनाओं के माध्यम से दुग्ध प्रसंस्करण, मांस प्रसंस्करण, खाद्य उत्पादन और पशुवैद्यकीय अवसंरचना के लिए 17,000 करोड़ का फंड प्रदान किया गया. 2021 में पुनर्गठित एनएलएम योजना के तहत मुर्गीपालन, भेड़, बकरियां, सुअर, ऊंट और अन्य पशुधन के लिए 50% पूंजी अनुदान 50 लाख रुपये तक प्रदान किया जाता है. इस योजना में राज्य वर्गीकरण के आधार पर आनुवंशिक विकास कार्यक्रम, चारा और चारा उपक्रम, और पशुधन बीमा सहित प्रीमियम सब्सिडी भी उपलब्ध है