पुणे, 14 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
महावितरण के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) लोकेश चंद्रा ने मंगलवार को प्रकाश भवन में एक बैठक के दौरान अधिकारियों को आदेश दिया. उन्होंने आदेश में कहा कि उपभोक्ताओं को उचित बिजली बिल देने के लिए और खराब बिजली मीटरों को तुरंत बदला जाए. उन्हें नियमानुसार तत्काल नया बिजली कनेक्शन दें. विभाग ने पूर्व नियोजन के कारण अतिरिक्त बिजली खरीदे बिना शनिवार (11 जनवरी) को सर्दियों में 25 हजार 808 मेगावाट बिजली की रिकॉर्ड मांग को पूरा किया. उन्होंने पुणे क्षेत्रीय प्रभाग के विभिन्न कार्यों की समीक्षा की. लोकेश चंद्र ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रत्येक यूनिट का बिल दिया जाना चाहिए. इसलिए प्राथमिकता पर नए बिजली कनेक्शन देने के साथ-साथ व खराब बिजली मीटरों को बदलने का काम तेज कर दिया गया है. नये बिजली मीटर मांग के अनुसार उपलब्ध हैं. लगभग 85-90 % बिजली उपभोक्ता नियमित बिजली बिल का भुगतान करते हैं. शेष बकाया उपभोक्ताओं पर फोकस कर बकाया एवं वर्तमान विद्युत बिल की वसूली पर जोर दिया जाए. यह सुनिश्चित करने का ध्यान रखा जाना चाहिए कि विशेषकर उच्च दबाव श्रेणी (एचटी) के ग्राहकों पर बकाया न बढ़े. अगर उनका बकाया महावितरण के पास जमा राशि के बराबर है, तो बिजली आपूर्ति स्थायी रूप से काट दी जानी चाहिए. ‘मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी' योजना में किसानों को दिन में भी बिजली उपलब्ध उन्होंने कहा, अन्य राज्यों की तुलना में, महावितरण की ओर से सबसे अधिक अनुरोध करने वालों को सोलर कृषि पंप दिए गए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना से किसानों को दिन में भी बिजली उपलब्ध रहेगी. इसके साथ ही मुख्य रूप से औद्योगिक और वाणिज्यिक बिजली दरों में भी कमी आएगी. इसलिए इस योजना के त्वरित क्रियान्वयन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य पूर्ण किये जाएं. बैठक में पुणे के क्षेत्रीय निदेशक भुजंग खंदारे, मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार (पुणे), धर्मराज पेठकर (बारामती), स्वप्निल काटकर (कोल्हापुर), प्रभारी महाप्रबंधक (वित्त) माधुरी राऊत उपस्थित थे.