नदी जाेड़ परियोजना से चार लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र को लाभ

जलसंपदा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल द्वारा जानकारी : गोदावरी और कृष्णा बेसिन में बढ़ेगा अतिरिक्त पानी

    18-Jan-2025
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पुणे, 17 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

नदी जोड़ परियोजना में गोदावरी बेसिन में 112 टीएमसी पानी, जबकि कृष्णा बेसिन में 70 टीएमसी अतिरिक्त पानी उपलब्ध होगा, जिसके परिणामस्वरूप चार लाख हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई के तहत आएगा. इस परियोजना के लिए गोदावरी बेसिन के लिए 40 हजार करोड़ रुपये, और विदर्भ के लिए एक लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसका लाभ मराठवाड़ा के छह जिलों और पश्चिम महाराष्ट्र के तीन जिलों को होगा, ऐसी जानकारी राज्य के जलसंपदा मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने दी. महाराष्ट्र कृष्णा बेसिन विकास महामंडल की ओर से पश्चिम महाराष्ट्र के कोंकण से अन्य नदी बेसिनों में पानी मोड़ने के नदी जोड़ परियोजनाओं पर शुक्रवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान विखे पाटिल ने यह बातें कह्‌ीं‍. इस अवसर पर जलसंपदा विभाग के मुख्य सचिव दीपक कपूर, महामंडल के कार्यकारी निदेशक अतुल कपोले, गोदावरी बेसिन के कार्यकारी निदेशक संतोष तिरमनवार, मेरी के महासंचालक प्रमोद मांदाडे, पूर्व कृषि मंत्री अण्णासाहेब म्हस्के, यशदा के उपमहासंचालक शेखर गायकवाड़, डॉ. मल्लिनाथ कलशेट्टी, जल विशेषज्ञ दि. मा. मोरे, पानी परिषद के सदस्य य.रा. जाधव आदि उपस्थित थे. विखे पाटिल ने कहा कि नदी जोड़ परियोजना के लिए राज्य में तीन से पांच साल के भीतर काम पूरा करने के लिए योजनाएं तत्काल तैयार की जानी चाहिए. कार्यान्वयन के लिए रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए. मनपा को विकास परियोजनाओं के लिए कर्ज के रूप में निधि जुटाने का अधिकार होता है, इसी तरह के अधिकार जलसंपदा विभाग को भी दिए जाएं, इसके लिए सरकारी स्तर पर जल्दी बैठक की जाएगी. इसलिए इस परियोजना को राज्य और केंद्र सरकार से किसी भी प्रकार की निधि की कमी नहीं होने दी जाएगी. आवश्यकता पड़ी तो वेिश बैंक से कर्ज के रूप में निधि प्राप्त की जाएगी. राज्य में 2005 में पहली बार पानी परिषद के माध्यम से नदी जोड़ परियोजना का विचार सामने आया था, जिसमें गणपतराव देशमुख और बालासाहेब विखे पाटिल का बड़ा योगदान था. पुणे मनपा को नोटिस भेजेगा कृषि के लिए पानी की कमी बढ़ रही है. अब शहरों को पानी का संरक्षण और शुद्धिकरण करके उसका उपयोग करना जरूरी है. इसके कारण 40% पानी सिंचाई के तहत उपलब्ध हो सकता है. पुणे शहर को 14 टीएमसी पानी मंजूर किया गया है, जबकि मनपा 21 टीएमसी पानी का उपयोग कर रही है. इस संबंध में मनपा को नोटिस भेजा जाएगा.  
 
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