शिक्षा विभाग हेतु निर्धारित कार्यक्रम लागू करें : दादा भुसे

    20-Jan-2025
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पुणे, 19 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग के लिए तैयार किए गए 10-सूत्रीय कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. विभाग की अधिकतम सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की दिशा में योजना बनाई जाए. यह निर्देश स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने दिए. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल में शिक्षा आयुक्तालय के अधीन विषयों की समीक्षा बैठक में उन्होंने यह सुझाव दिया. इस मौके पर शिक्षा आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक राहुल रेखावर, माध्यमिक शिक्षा निदेशक संपत गोसावी, प्राथमिक शिक्षा निदेशक शरद गोसावी, योजना निदेशक महेश पालकर, बालभारती के निदेशक कृष्णकुमार पाटिल आदि उपस्थित थे. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में अनियमितताओं को रोकने के लिए एक योजना तैयार कर राज्यभर में कॉपीमुक्त अभियान चलाया जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों का दौरा करके शौचालय, रसोईघर, स्वच्छ पेयजल, बैठने की व्यवस्था और पाठ्यक्रम की स्थिति का निरीक्षण करना चाहिए. स्कूलों की भौतिक सुविधाओं को लेकर राज्य स्तर पर एक योजना तैयार करें और इसमें सुधार के लिए आवश्यक उपाय करें. इस कार्य में सामाजिक संस्थाओं की मदद लें.प्रत्येक तहसील में एक आदर्श स्कूल स्थापित करें, जिसमें आधुनिक पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, कंप्यूटरीकृत कक्षाएं, खेल का मैदान और खेल सामग्री शामिल हो. छात्रों की प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए कला और खेल के क्षेत्र में योजनाबद्ध प्रयास करें. स्कूल में गुणवत्तापूर्ण भोजन, नियमित स्वास्थ्य जांच और बीमार छात्रों को सहायता प्रदान की जाए. इसके साथ ही नवाचार करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करें और गुणवत्तापूर्ण बदलाव लाने वाले शिक्षकों का सम्मान कर्‌ें‍. शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाएं और शिक्षकों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति समय पर सुनिश्चित करें तथा राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जाए. सीबीएसई पैटर्न पर आधारित स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करें. बैठक में शिक्षा आयुक्तालय की दिशादर्शिका वर्ष 2025 का अनावरण मंत्री भुसे के हाथों किया गया. शिक्षा आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आने वाले समय में शैक्षिक क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विभाग का जोर रहेगा. शिक्षक, छात्रों और अभिभावकों की भागीदारी से स्कूल स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा. प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ-साथ योजना विभाग की प्रगति का भी समीक्षा बैठक में प्रस्तुतिकरण किया गया.