वृद्धावस्था में भी प्राेटीन काे अपने आहार में जरूर करे शामिल

    30-Jan-2025
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Health 
 
1. संतुलित आहार लें : बुजुर्गाें के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है. इसमें विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, अनाज, प्राेटीन स्राेत और डेयरी उत्पाद शामिल करें.
 
2. प्राेटीन का महत्व ; प्राेटीन मांसपेशियाें की मरम्मत और निर्माण में मदद करता है, जाे वृद्धावस्था में मांसपेशियाें के क्षरण काे राेकने में सहायक है. दाल, बीन्स, नट्स जैसे प्राेटीन स्राेताें काे आहार में शामिल करें.
 
3. हाइड्रेशन बनाए रखें ; पर्याप्त मात्रा में पानी पीन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. वृद्धावस्था में अ्नसर प्यास का अहसास कम हाेता हैं, इसलिए नियमित रूप से पानी पीने की आदत डालें. पानी के अलावा सूप, जूस और हर्बल चाय भी शामिल कर सकते हैं.
 
4. फाइबर यु्नत आहार ; फाइबर पाचन तंत्र काे सही रखने में मदद करता है और कब्ज जैसी समस्याओं काे दूर करता है.
 
5. विटामिन और मिनरल्स ; वृद्धावस्था में विटामिन, कैल्शियम और विटामिन बी12 जैसे पाेषक तत्त्वाें की आवश्यकता बढ़ जाती है. इन पाेषक तत्त्वाें की पूर्ति के लिए डेयरी उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियां और सप्लीमेंट्स का सेवन करें.
 
6. शारीरिक गतिविधि : सक्रिय रहना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. नियमित व्यायाम जैसे टहलना, याेग, और हल्की स्ट्रेचिंग करें.
 
7. मानसिक स्वास्थ्य का खयाल ; सक्रिय मस्तिष्क और सकारात्मक साेच वृद्धावस्था में मानसिक स्वास्थ्य काे बनाए रखने में मदद करती है. मेडिटेशन, पजल्स हल करना और सामाजिक गतिविधियाें में भाग लेना उपयाेगी हाेता है.
 
8. नियमित स्वास्थ्य जांच : नियमित रूप से डाॅ्नटर से जांच कराना जरूरी है ताकि किसी भी स्वास्थ्य समस्या का समय रहते पता चल सके और उसका उचित इलाज हाे सके.