पुणे, 30 जनवरी, (ज्ञानेेशर बिजले द्वारा)
देश में तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम वाले पुणे शहर की समस्या को हल करने के लिए पुणे और पिंपरी चिंचवड़ मनपा के बाहरी हिस्से से गुजरने वाले रिंग रोड का काम फरवरी के दूसरे सप्ताह में शुरू होगा. महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल द्वारा 42,000 करोड़ रुपये की लागत से 170 किलोमीटर लंबा और छह लेन वाला रिंग रोड बनाया जाएगा, जिसे जून 2027 तक पूरा करने की योजना है. रिंग रोड से भारी वाहन होंगे डायवर्ट नासिक, नगर, सोलापुर और सातारा हाई- वे से मुंबई की ओर आने-जाने वाले भारी वाहन इस रिंग रोड का इस्तेमाल करेंगे. इससे पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में आने वाले भारी वाहनों की संख्या में काफी कमी आएगी. साथ ही कात्रज-देहूरोड हाईवे केवल शहर के अंदरूनी यातायात के लिए उपयोग में आएगा. इस मार्ग के समानांतर मेट्रो और बीआरटी (रैपिड ट्रांसपोर्ट) परियोजना भी चल रही है, जिससे सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी.
रिंग रोड का रूट और कनेक्टिविटी
पश्चिमी रिंग रोड : सातारा रोड से खेड़ शिवापुर के रास्ते रिंग रोड की ओर मुड़ने वाले वाहनों के लिए सिंहगढ़ किले के पीछे एक बड़ा सुरंग मार्ग बनाया जाएगा. यहां से वाहन खड़कवासला जलाशय के उपरी पुल से होकर गुजरेंगे. हिंजवड़ी आईटी पार्क के पीछे से यह सड़क पौड रोड को पार करेगी. फिर ग्रामीण क्षेत्रों से होते हुए कुसगांव जलाशय के पीछे से मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे के उर्से क्षेत्र से जुड़ जाएगी. पूर्वी रिंग रोड : सातारा रोड से रिंग रोड के पूर्वी हिस्से की ओर जाने वाले वाहन सासवड-बोपदेव रोड और पंढरपुर रोड को पार करेंगे. यह सड़क प्रस्तावित पुरंदर हवाई अड्डे के पास से होते हुए सोलापुर रोड तक पहुंचेगी. फिर ग्रामीण क्षेत्र से होते हुए नगर रोड पर लोणीकंद के पास जुड़ जाएगी. आगे यह आलंदी क्षेत्र से होते हुए पिंपरीचिंचव ड मनपा क्षेत्र के पास नासिक रोड तक पहुंचेगी. रिंग रोड का उपयोग तलेगांव, चाकण और शिक्रापुर जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में जाने के लिए भी किया जाएगा. इससे सोलापुर, नगर और नासिक हाईवे से मुंबई की ओर जाने वाले वाहनों को पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ के ट्रैफिक जाम में फंसने की जरूरत नहीं होगी.
रिंग रोड को दो हिस्सों में बांटा गया
रिंग रोड को दो हिस्सों में बांटा गया है. पश्चिमी रिंग रोड (69 किमी) और पूर्वी रिंग रोड (101 किमी) इन दोनों सड़कों को 12 भागों में विभाजित किया गया है, जिनकी निविदाएं मंजूर कर ठेकेदारों को कार्यादेश (वर्क ऑर्डर) दिए गए हैं. सभी कार्य एक साथ शुरू किए जाएंगे. पश्चिमी रिंग रोड का 99% भूमि अधिग्रहण पूरा हो चुका है. पूर्वी रिंग रोड का भी 86% भूमि अधिग्रहण भी हो चुका है.रिंग रोड पर 15 सुरंगें (टनल) बनाई जाएंगी, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों के नीचे से वाहन गुजर सकें तथा खड़कवासला जलाशय और अन्य महत्वपूर्ण मार्गों के लिए बड़े पुल बनाए जाएंगे.
पश्चिमी और पूर्वी दोनों भागों का काम एक साथ शुरू होगा
रिंग रोड परियोजना का काम फरवरी के दूसरे सप्ताह में शुरू होगा और जून 2027 तक 170 किलोमीटर लंबी सड़क पूरी हो जाएगी. इस परियोजना पर 42,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पश्चिम और पूर्वी रिंग रोड दोनों का काम एक साथ शुरू होगा. पश्चिमी रिंग रोड 69 किमी और पूर्वी रिंग रोड 101 किमी लंबा होगा.
- राहुल वसईकर, अधीक्षक अभियंता (एमएसआरडीसी)
मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा
भूमि अधिग्रहण रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा. पश्चिमी मार्ग का 99% और पूर्वी मार्ग का 86% भूमि अधिग्रहण हो चुका है. मुख्य रिंग रोड छह लेन का होगा और साथ ही सेवा सड़कों का भी निर्माण किया जाएगा
- जितेंद्र डूडी, जिलाधिकारी
रिंग रोड का विस्तृत मार्ग
पश्चिमी रिंग रोड (69 किमी)ः
मुंबई से आने वाले वाहन लोनावला के पास उर्से से रिंग रोड पर प्रवेश करेंगे. यह मार्ग देहूरोड से 13 किमी दूर स्थित है.रिंग रोड निम्नलिखित क्षेत्रों से होकर गुजरेगा : मावल तहसील के परंदवाडी, धामणे, बेबडओहोल, चांदखेड, पाचाणे, मुलशी तहसील के पिंपलोली, केमसेवाड़ी, जावल, पडलघरवाडी, रिहे, मातेरेवाड़ी, घोटावडे, आंबडवेट, भरे, कासार आंबोली, उरावडे, आंबेगांव, मारणेवाड़ी, मारेवाड़ी, भरेकरवाड़ी तथा कातवड़ी हवेली तहसील के बहुली, भगतवाड़ी, सांगरुण, मांउवी बुदु्रक, मालखेड़, वरदाड़े, खामगांव, मावल घेरा, सिंहगढ़, मोरदरवाडी, कल्याण, रहाटावडे तथा भोर तहसील से रांजे, कुसगांव, खोपी, कांजले, केलवडे और अंत में रेिग रोड पुणे-सातारा रोड पर जाकर समाप्त होगा.
पूर्वी रिंग रोड (101 किमी) ः
मुंबई से आने वाले वाहन उर्से से रिंग रोड पर प्रवेश करेंगे. यह मार्ग खेड़ तहसील के तलेगांव, वडगांव, कटवी, आंबी, वरले, आकुर्डी, नानोली, चाकण, इंदोरी, निगोजे, मोई कुरुली, चिंबली कालेगांव, आलंदी, चारोली खुर्द, धानोरे, सोलू मार्कल से हवेली तहसील के गोलेगांव, तुलापुर पुरंदर तहसील के भावड़ी लोणीकंद, पेरणे, बकोरी, डोंगरगाव, वाडे बोल्हाई, गावड़ेवाड़ी, मुरकटेनगर, बिवरी पेठ, कोरेगाव मूल शिंदवणे, वलती, तरडे आलंदी (महोत्माबाची बाड़ी) रामोशीवाड़ी, सोनोरी, केलेवाड़ी, दिवे, हिवरे तथा भोर तहसील के कोडित खुर्द, गराडे, कांबरे, नायगांव केलवड़ और अंत में रिंग रोड पुणे-सातारा रोड से जुड़ेगा