देश का संविधान कोई भी नहीं बदल सकता

युवा संसद के उद्घाटन कार्यक्रम में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा

    01-Feb-2025
Total Views |
bfbfs

नऱ्हे, 31 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

कोई भी देश का संविधान नहीं बदल सकता. इसमें केवल संशोधन किया जा सकता है. संविधान में कई बार संशोधन किया गया है. विपक्ष ने समाज में यह भ्रांति फैलाई कि देश का संविधान केवल राजनीतिक लाभ के लिए बदला जाएगा. राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि इससे उन्हें कुछ राजनीतिक लाभ मिला है, लेकिन देश की जनता ऐसी अफवाहों का शिकार नहीं होगी. वे जाधवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स द्वारा आयोजित 8वीं युवा संसद के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे. नऱ्हे स्थित संस्था के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री भागवत कराड, जाधवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के चेयरमैन एवं प्रिंसिपल डॉ. सुधाकरराव जाधवर, उपाध्यक्ष एड. शार्दुल जाधवर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. कार्यक्रम में संस्था के ‌‘उड़ान' अंक का विमोचन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम में सांसद अरविंद सावंत को आदर्श सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वहीं सुधीर मुनगंटीवार, सत्यजीत देशमुख और अमित गोरखे को आदर्श विधायक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. विट्ठल काटे को आदर्श नगरसेवक, सचिन शेलार को आदर्श सरपंच तथा एड. मंगेश ससाने को आदर्श युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राजनीति सामाजिक कार्य का एक साधन है. यह भावना आज के युवाओं में पैदा होनी चाहिए, तभी सच्चे अर्थों में समृद्ध भारत का निर्माण हो सकेगा. भागवत कराड, अरविंद सावंत, सत्यजीत देशमुख, अमित गोरखे और विट्ठल काटे ने भी अपने विचार व्यक्त किए. एड. शार्दुल जाधवर ने कहा कि इस युवा संसद के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को राजनीति के बारे में शिक्षित करना और उनमें राजनीति के प्रति जागरूकता पैदा करना है. युवा संसद से प्रेरणा लेकर कल का अच्छा नेतृत्व तैयार किया जाएगा तो सशक्त भारत का निर्माण होगा.