पुणे, 13 फरवरी (आ. प्र.)
भारत के ग्रामीण वित्तीय संस्थानों की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए साइबर सुरक्षा समाधान में अग्रणी वैेिशक कंपनी क्विक हील टेक्नोलॉजीज ने बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (बर्ड), लखनऊ के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है. इस सहयोग को 13 जनवरी 2025 को एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से औपचारिक रूप दिया गया, जिस पर क्विक हील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल साल्वी और बर्ड लखनऊ के निदेशक निरुपम मेहरोत्रा ने हस्ताक्षर किए. यह साझेदारी ग्रामीण वित्त क्षेत्र में बढ़ते साइबर खतरों से निपटने और एक मजबूत डिजिटल प्रणाली बनाने के उद्देश्य से की गई है, जिससे सुरक्षित वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा. क्विक हील की तीन दशकों की साइबर सुरक्षा विशेषज्ञता और भारत की सबसे बड़ी मैलवेयर विश्लेषण सुविधा सेक्रिटे लैब्स के अनुभव का लाभ उठाकर, यह साझेदारी ग्रामीण वित्तीय संस्थानों को सुरक्षित करने पर केंद्रित होगी. इस सहयोग के तहत बर्ड लखनऊ में एक अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा लैब स्थापित की जाएगी, जो व्यावहारिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई होगी. इस पहल के तहत दोनों संस्थाएं मिलकर शोध करेंगी ताकि यह समझा जा सके कि आरएफआईफ'ज में साइबर सुरक्षा उपायों को कितना अपनाया जा रहा है. साथ ही, उनके तकनीकी बुनियादी ढांचे का विश्लेषण किया जाएगा और संस्थानों में मौजूद कौशल की कमी को पहचाना जाएगा. साइबर सुरक्षा और धोखाधड़ी से बचाव के लिए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित किए जाएंगे और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे वित्तीय संस्थानों को डिजिटल खतरों से बचने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल मिल सके. इस साझेदारी के तहत नीति निर्माण में सहयोग दिया जाएगा, जिससे साइबर सुरक्षा उपायों को लागू किया जा सके. साइबर सुरक्षा अभ्यास (साइबर ड्रिल्स) आयोजित किए जाएंगे ताकि यह जांचा जा सके कि आरएफआईफ'ज उभरते साइबर खतरों से निपटने के लिए कितनी तैयार हैं. एक नॉलेज एक्सचेंज प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जहां साइबर सुरक्षा और ग्रामीण वित्त क्षेत्र के विशेषज्ञ और हितधारक एक-दूसरे से जुड़ सकें और अपने अनुभव साझा कर सकें. बर्ड लखनऊ के निदेशक निरुपम मेहरोत्रा ने कहा, क्विक हील टेक्नोलॉजीज के साथ हमारा सहयोग ग्रामीण वित्तीय संस्थानों के डिजिटल बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में क्विक हील की बेहतरीन विशेषज्ञता के साथ हम आरएफआईफज की सुरक्षा को और मजबूत करेंगे और अपने प्रशिक्षण एवं नीति-निर्माण कार्यक्रमों में आधुनिकतम तकनीकों को शामिल करेंगे. यह समझौता अगले तीन वर्षों तक प्रभावी रहेगा. इसमें दोनों संस्थानों की यह साझा प्रतिबद्धता होगी कि वे ऐसे कार्यक्रम विकसित और लागू करें, जो आरएफआईफ'ज की साइबर सुरक्षा से जुड़ी जरूरतों को पूरा कर सकें.