शिव जयंती पर होगा आंबेगांव के शिवसृष्टि के दूसरे चरण का उद्घाटन

मुख्यमंत्री फडणवीस, उपमुख्यमंत्री शिंदे और अजित पवार रहेंगे मौजूद; जगदीश कदम ने दी जानकारी

    15-Feb-2025
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आंबेगांव, 14 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

महाराजा शिव छत्रपति प्रतिष्ठान द्वारा आंबेगांव ब्रुद्रुक में बनाए जा रहे शिवसृष्टि का दूसरा चरण अब पूरा हो गया है. इसका उद्घाटन आगामी शिव जयंती (19 फरवरी) पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपस्थित रहेंगे, ऐसी जानकारी महाराजा शिव छत्रपति प्रतिष्ठान के मुख्य ट्रस्टी जगदीश कदम ने गुरुवार (13 फरवरी) को शिवसृष्टि में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी. इस अवसर पर फाउंडेशन के ट्रस्टी विनीत कुबेर, सलाहकार संदीप जाधव और शिवसृष्टि के प्रबंधक अनिल पवार उपस्थित थे. यह शिवसृष्टि पद्मविभूषण शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे की मूल संकल्पना से साकार हो रही है. इस परियोजना के दूसरे चरण की जानकारी देते हुए जगदीश कदम ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से एक भव्य स्वागत कक्ष, एक आधुनिक थीम पार्क के अनुरूप टाइम मशीन थियेटर और तुलजा भवानी माता का भव्य मंदिर भी शामिल है. इस चरण के निर्माण में लगभग 87 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. गौरतलब है कि हमेशा अग्रणी रहकर नेतृत्व करने के लिए जाने जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज ने कई युद्धों का नेतृत्व किया. ऐसी जिन लड़ाइयों के बारे में बहुत कम जानकारी है, उनकी जानकारी यहां तीन भाषाओं - मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में लिखित रूप में दी गई है. स्वराज्य संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के भोसले परिवार की कुलदेवी तुलजा भवानी माता का मंदिर इसी चरण में बनाया गया है. अब यह शिवप्रेमिय ों के लिए दर्शन हेतु खुला रहेगा जो शिवसृष्टि देखने आते हैं. यह मंदिर प्रतापगढ़ स्थित भवानी माता मंदिर की हूबहू प्रतिकृति है तथा इसके निर्माण में प्रयुक्त पत्थर भी एक जैसा ही है. तुलजा भवानी माता की मूर्ति को औपचारिक रूप से 17 फरवरी को मंदिर में स्थापित किया जाएगा. जगदीश कदम ने बताया कि इस मूर्ति का निर्माण मूर्तिशास्त्र के विद्वान एवं विशेषज्ञ डॉ. गो. बं. देगलुरकर के मार्गदर्शन में किया गया है.  
 
टाइम मशीन थिएटर होगा यहां का विशेष आकर्षण

 टाइम मशीन की मदद से दर्शक लगभग 1,000 साल पहले के समय में पहुंचते हैं और वहां से छत्रपति शिवाजी महाराज के समय तक आते हैं यहां शिव-प्रेमी उन कहानियों का अनुभव कर सकेंगे कि किस प्रकार महाराज ने तीन सिद्धांतों, जो उनके लिए महत्वपूर्ण थे - स्वदेश, स्वधर्म और स्वभाषा, के माध्यम से लोगों से जुड़ाव स्थापित किया इसमें मैपिंग, होलोग्राफी, फिजिकल इफेक्ट्स और सबसे महत्वपूर्ण, 360 डिग्री घूमने वाला एक घूमता हुआ थिएटर शामिल है एक समय में यहां लगभग 110 लोग इस विशेष 33 मिनट के शो का आनंद ले सकेंगे
छत्रपति शिवाजी महाराज के 6 बड़े चित्र

इस दूसरे चरण के भव्य स्वागत कक्ष में कुल 4 चरणों में निर्मित होनेवाली शिव की सृष्टि का प्रतिरूप (मॉडल) रखा गया है. इस हॉल में छत्रपति शिवाजी महाराज के छह बड़े चित्र प्रदर्शित किए गए हैं. इन चित्रों की विशेषता यह है कि ये छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में चित्रित उच्च रिजॉल्यूशन छवियों के प्रिंट हैं और वर्तमान में दुनिया भर के प्रसिद्ध संग्रहालयों में रखे गए हैं. इनमें हेग राष्ट्रीय अभिलेखागार और नीदरलैंड का राष्ट्रीय पुस्तकालय, रिज्क्सम्यूजियम एम्स्टर्डम, ब्रिटिश संग्रहालय लंदन, बिब्लियोथेक नेशनले पेरिस और इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज कला संग्रहालय, मुंबई की पेंटिंग्स शामिल हैं.