कुदलवाड़ी में तोडू कार्रवाई के बाद आसपास की नगरपालिकाओं, ग्राम पंचायतों में चिंता बढ़ी

स्थानीय लोगों ने पर्यावरण और सुरक्षा को लेकर उठाया सवाल; छोटे उद्यमियों और श्रमिकों का पलायन शुरू

    17-Feb-2025
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पिंपरी, 16 फरवरी (आ.प्र.)
मनपा ने कुदलवाड़ी चिखली में कार्रवाई शुरू कर दी है, जो न भूतो न भविष्यति है. अब तक 550 निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. 134 एकड़ भूमि पर हुए निर्माण हटा दिए गए हैं. चूंकि यह अभियान अभी भी जारी है, इसलिए यहां के अनाधिकृत शेड मालिकों ने पास के खुले स्थानों पर कब्जा कर लिया है. हालांकि, इससे चिंतित आसपास की नगरपालिकाओं और ग्राम पंचायतों ने कड़ा रुख अपनाते हुए स्क्रैप मेटल डीलरों को शेड स्थान उपलब्ध न कराने का प्रस्ताव पारित किया है. चिखली और कुदलवाड़ी में कबाड़ की दुकानों और गोदामों सहित लगभग 2200 छोटे उद्योगों के खिलाफ अतिक्रमण की कार्रवाई की जा रही है. कार्रवाई के कारण छोटे उद्यमी करोड़ों रुपए की मशीनरी रखने के लिए जगह किराए पर लेने के लिए दौड़ पड़े हैं. किराये के आधार पर जमीन की तलाश मोशी, तलवड़े, भोसरी, चाकण, कुरली और यहां तक कि मंचर पेठ क्षेत्रों में भी शुरू होगी. हालांकि, एक ओर इस क्षेत्र में भूस्वामियों ने जमीन की कीमतें बढ़ा दी हैं. दूसरी ओर, कुछ ग्राम पंचायतों ने सीधे तौर पर प्रस्ताव पारित कर स्क्रैप मेटल व्यापारियों को गांवों में प्रवेश न करने देने का कड़ा. 
 
र्जनिक तौर पर ‌‘डफली' बजाकर दी सूचना

चाकण और राजगुरुनगर नगर परिषदों के साथ-साथ मंचर और पेठ ग्राम पंचायतों ने लोगों से अपील की है कि वे गांव में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कबाड़ की दुकानों को दुकानें या खुली जगह न दें. ग्रामीणों को डफली बजाकर सार्वजनिक घोषणा के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई. सातगांव पठार क्षेत्र में हवा और पानी अत्यंत शुद्ध हैं. हालांकि, ग्रामीणों को डर है कि भविष्य में कई स्क्रैप धातु व्यापारी चिखली, कुदलवाड़ी और मोशी क्षेत्रों के पेठ क्षेत्रों में अपना व्यवसाय स्थापित करेंगे. वायु व जल प्रदूषण के साथ-साथ गांव में सामाजिक सौहार्द नष्ट होने तथा अपराध बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ग्रामीणों को भविष्य में कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसलिए ग्राम पंचायत ऐसे किसी भी परेशानी वाले कारोबार की इजाजत नहीं देगी.
- संजय पवले, सरपंच, पेठ ग्राम पंचायत  
 
मकान मालिकों ने दरें बढ़ा दीं

उद्योगपति अपनी मशीनरी को स्थानांतरित करने के लिए स्थान खोज रहे हैं. भोसरी एमआईडीसी में केवल 200 छोटे उद्यमियों के लिए ही अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त जगह है. शेष दो हजार उद्योगपतियों ने तलवड़े, मोशी, चऱ्होली, चाकण और कुरली इलाकों में जमीन की तलाश शुरू कर दी है. मकान मालिकों ने कीमतें 4 गुना बढ़ा दी हैं. मशीनरी उठाने के लिए क्रेन की दरें बढ़ा दी गई हैं.