नए CEC ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के IAS

सहकारिता मंत्रालय में सचिव और रेजिडेंट कमिश्नर भी थे

    19-Feb-2025
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नई दिल्ली, 18 फरवरी (वि.प्र.)

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव का कार्यकाल 18 फरवरी को खत्म हो गया. उनकी जगह नए सीईसी ज्ञानेश कुमार गुप्त्ाा आज कुर्सी संभालेंगे. आगरा में जन्मे 1988 बैच के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. ज्ञानेश कुमार एक शिक्षित परिवार से आते हैं, जहां उनके माता- पिता से लेकर बेटी- दामाद तक सभी अधिकारी हैं. उनके परिवार के 28 सदस्य चिकित्सक हैं. ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा. इनके पिता डॉ. सुबोध कुमार गुप्ता मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहे हैं और मां सत्यवती गुप्ता योग सिखाती हैं. पिता के सरकारी नौकरी में होने के कारण इनकी प्रारंभिक शिक्षा गोरखपुर, लखनऊ और कानपुर से हुई. 12वीं कक्षा में उन्होंने लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कॉलेज में टॉप किया था. उसके बाद आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. साल 1988 में उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा पास की और केरल कैडर के आईएएस अधिकारी बने. सबसे पहली पोस्टिंग उन्हें तिरुवनंतपुरम में बतौर जिलाधिकारी मिली. 2007 -2012 वो संयुक्त रक्षा सचिव रहे. 2014 में वे केरल सरकार के दिल्ली में रेजिडेंट कमिशनर भी थे. उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के पद पर कार्य किया. बेटी और दामाद भी अधिकारी ज्ञानेश कुमार की विवाह अनुराधा कुमार से हुआ. उनके दो बेटी और एक बेटा है. एक बेटी अभिश्री आईआरएस अधिकारी हैं और उनके पति अक्षय लाबरू आईएएस हैं.  
 
183 भारतीयों को इराक से निकालने में प्रमुख भूमिका

 बेटा अर्णव पढ़ाई करता है. ज्ञानेश के भाई मनीष कुमार आईआरएस अधिकारी हैं और बहन रोली इंदौर में विद्यालय चलाती हैं, उनके पति उपेंद्र जैन आईपीएस हैं. ज्ञानेश कुमार के प्रमुख कार्य श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में प्रतिनिधि रहे. बाल स्वरूप के भगवान श्रीराम की मूर्ति चयन के निर्णायक मंडल के सदस्य. रक्षा मंत्रालय में रहते हुए इस्लामिक स्टेट की हिंसक गतिविधियों के बीच उन्होंने 183 भारतीयों को इराक से निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जम्मू- कश्मीर पुनर्गठन विधेयक तैयार करने में भूमिका निभाइ.