पुणे, 19 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज्य की स्थापना की. उनसे प्रेरणा लेकर अब हमें विकसित भारत की दिशा में प्रयास करने की जरूरत है. इस कारण राष्ट्र प्रथम, यह अपनी जिम्मेदारी समझकर विकसित भारत का युवा संकल्प ले, यह विचार केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने व्यक्त किए. छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे आराध्य दैवत हैं और उनकी जयंती पर युवाओं को एक सशक्त, शक्तिशाली और विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लेना चाहिए. यह राय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त की. छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्रालय तथा महाराष्ट्र सरकार द्वारा जय शिवाजी, जय भारत पदयात्रा बुधवार (19 फरवरी) को कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे (सीओईपी) के छात्रावास मैदान से फर्ग्यूसन कॉलेज तक आयोजित की गई. इस अवसर पर केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री दत्तात्रेय भरणे, सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार, सांसद मेधा कुलकर्णी, विधायक सिद्धार्थ शिरोले, विधायक हेमंत रासने, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, पिंपरी चिंचवड़ मनपा आयुक्त शेखर सिंह, खेल आयुक्त हीरालाल सोनवणे, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव अनिल दिग्गीकर, राष्ट्रीय छात्र सेना, राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थी, क्रीडा प्रबोधिनी के विद्यार्थी, महाविद्यालयों के विद्यार्थी व विद्यार्थिनी आदि उपस्थित थे.
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उन्होने हमें किसानों के कल्याण, जल संरक्षण, वनों के संरक्षण, उत्कृष्ट वास्तुशिल्प के साथ किलों का निर्माण, नौसेना आदि का निर्माण, समुद्री सुरक्षा आदि के बारे में सिखाया है. इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 किलों को यूनेस्को की वेिश धरोहर स्थल में शामिल करने के लिए नॉमिनेट किया है और उन्हें जल्द ही वेिश धरोहर स्थल में शामिल किया जाएगा. केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज हम सभी के लिए आस्था और प्रेरणा का स्थान हैं. उन्होंने स्वराज्य की स्थापना के लिए युवाओं को अपने साथ लिया था. इसी प्रकार, युवाओं को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लेने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस पहल का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम के बाद सीओईपी कॉलेज मैदान पदयात्रा शुरू हुई. एसएसपीएमएस के मैदान में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले को पुष्प अर्पण करने के बाद यह पदयात्रा जंगली महाराज रोड से खंडूजी बाबा चौक से फर्ग्यूसन कॉलेज रोड तक निकाली गई.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय युवा और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री दत्तात्रेय भरणे, सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार सहित स्कूलों और कॉलेजों के छात्र-छात्राएं तथा बड़ी संख्या में नागरिक इसमें शामिल हुए.
शिवाजी महाराज महान राजा थे
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसे समय में जब भारत में अराजकता और अंधकार था, राज्य के कई लोग मुगलों के अधीन रहना ही पसंद करते थे. उस समय छत्रपति शिवाजी महाराज ने भिन्न-भिन्न जाति के लोगों को संगठित कर राज्य की स्थापना की. छत्रपति शिवाजी महाराज महान राजा थे.
‘जय शिवाजी, जय भारत पदयात्रा’ युवाओं में राष्ट्र प्रथम की भावना जागृत करेगी
केंद्रीय युवा एवं कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि जब देश का स्वाभिमान संकट में था, तब छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वाभिमान, सम्मान और स्वराज्य का नारा दिया था|.उनसे प्रेरणा लेकर युवाओं को विकसित भारत का संकल्प लेना चाहिए. देश के स्वाभिमान के लिए कैसे लड़ना चाहिए, आदर्श सरकार कैसे चलानी चाहिए , देश के सम्मान के लिए बिना झुके कैसे लड़ना है, इसकी शिक्षा छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमें विरासत में दी हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज ने दिखाया कि कैसे सभी को एक साथ लाकर समावेशी विकास किया जा सकता है. इसी प्रकार, जय शिवाजी, जय भारत पदयात्रा पहल आज के युवाओं को हमारे लोकतंत्र और संविधान को संरक्षित करने और देश को गौरव की ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रेरित करने के लिए आयोजित की गई है, डॉ. मांडविया ने कहा.