केंद्रीय बजट देश के विकास लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

भगवान महावीर एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. अशोककुमार पगारिया ने प्रीतम प्रकाश महाविद्यालय के कार्यक्रम में कहा

    21-Feb-2025
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पुणे, 20 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

केंद्रीय बजट 2025-26 देश के विकास लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें 12 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त किया गया, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिली है. यह बजट समाज के सभी वर्गों को न्याय प्रदान करता है और रोजगार सृजन को बढ़ावा देता है, यह विचार भगवान महावीर एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. अशोककुमार पगारिया ने रखे. वे हाल ही में प्रीतम प्रकाश महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित ‌‘केन्द्रीय बजट: 2025-26' विषय पर राज्यस्तरीय सेमिनार में बोल रहे थे. सेमिनार के मुख्य समन्वयक एवं अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. हनुमंत शिंदे ने कहा कि इस चर्चा सत्र का उद्देश्य ‌‘केन्द्रीय बजट 2025-26' के प्रावधानों और इसके देश की अर्थव्यवस्था, नागरिकों तथा विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव की समीक्षा करना है. सेमिनार का उद्घाटन सीए हर्षल लोढ़ा एवं अन्य मान्यवरों द्वारा किया गया. सीए हर्षल लोढ़ा ने कहा कि यह बजट समाज के सभी वर्गों के लिए उपयुक्त है, जिसमें सेवा क्षेत्र के तहत आम लोगों को किफायती दामों पर सेवाएं उपलब्ध होंगी. इसका उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी की पहुंच हर व्यक्ति तक पहुंचाना है. यह बजट अर्थव्यवस्था को समावेशी बनाने, रोजगार सृजन करने और नए बाजार के अवसर उत्पन्न करने के लिए तैयार किया गया है. संगोष्ठी (चर्चा सत्र) में डॉ. हेमलता कावरे ने ‌‘केन्द्रीय बजट 2025-26 में कृषि क्षेत्र और सतत विकास' पर, डॉ. हेमकांत गावड़े पाटिल ने ‌‘केन्द्रीय बजट 2025-26 में अप्रत्यक्ष कर ढांचे में बदलाव' पर और डॉ. अर्चना जाधव ने ‌‘औद्योगिक क्षेत्र एवं अवसंरचना विकास तथा केन्द्रीय बजट 2025-26' पर चर्चा की. प्रो. दीपक पावड़े, डॉ. रश्मि ढोबले, डॉ. ज्ञानेेशर फड़ और डॉ. सुनील पवार सत्र के अध्यक्ष रहे. समापन सत्र में सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय के ‌‘बैंकिंग, वित्त और बीमा' बोर्ड के अध्ययन मंडल के अध्यक्ष प्रो. डॉ. किशोर निकम ने सेमिनार में भाग लेने वालों को प्रमाण-पत्र वितरित किए. डॉ. हनुमंत शिंदे ने छात्रों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता के लिए बधाई दी. कार्यक्रम का संचालन डॉ. स्वाति वाघ, प्रो. सचिन पवार, प्रो. विभा ब्राह्मणकर, प्रो. पांडुरंग भास्कर और प्रो. सुधाकर बैसाणे ने किया. डॉ. विजय निकम, प्रो. राजेश कुंभार, हरीश पोल, स्वाति निकालजे और ऋषिकेश गायकवाड़ ने इस आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया. सेमिनार में 75 छात्रों और शिक्षकों ने केंद्रीय बजट 2025-26 पर चर्चा की.