उद्धव की शिवसेना में 2 मर्सिडीज देने पर मिलता है 1 पद
मराठी साहित्य सम्मेलन में शिंदे सेना की नेता नीलम गोऱ्हे ने लगाया आरोप
बोलीं- बालासाहेब के जमाने में हर कार्यकर्ता -नेता की बात सुनी जाती थी, उद्धव ठाकरे के जमाने में लोगों की उपेक्षा शुरू हो गई 2019 में उद्धव सीएम बने तो बहुत खुशी हुई थी लेकिन सब कुछ बदल गया संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा- नीलम गोऱ्हे चार बार विधायक बनीं तो क्या आठ मर्सिडीज दीं, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए अंबादास दानवे सहित अन्य यूबीटी नेताओं ने भी नीलम गोऱ्हे के बयान पर आपति जताई.
24-Feb-2025
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नई दिल्ली, 23 फरवरी (वि.प्र.)
मराठी साहित्य सम्मेलन के कार्यक्रम में शिंदे सेना की नेता नीलम गोऱ्हे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा- उद्धव की सेना में दो मर्सिडीज देने पर एक पद मिलता हैं. बालासाहेब के जमाने में हर कार्यकर्ता नेता की बात सुनी जाती थी. लेकिन उद्धव के जमाने मे लोगों की उपेक्षा शुरू हो गयी. संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा- नीलम गोऱ्हे चार बार विधायक बनीं तो क्या आठ मर्सिजीड दीं, इसका जवाब दें. अंबादास दानवे सहित अन्य यूबीटी नेताओं ने भी नीलम गोऱ्हे के बयान पर आपति जताई. दिल्ली में चल रहे अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में गोऱ्हे बोल रही थीं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को कम आंकने का कोई कारण नहीं है. शिवसेना के हर कार्यक्रम के लिए ठाणे से लोगों को लाया जाता था. एकनाथ शिंदे को पैसा इकट्ठा करने का काम सौंपा गया था. नीलम गोऱ्हे ने यह भी दावा किया कि ठाकरे की शिवसेना के नेता हमें नहीं चाहते थे. बालासाहेब ठाकरे का सबके ऊपर ध्यान रहता था. लेकिन उनके जाने के बाद बहुत कुछ बदल गया. जब 2019 में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने तो हमें भी बहुत खुशी हुई. कारण यह था कि बालासाहेब का बेटा मुख्यमंत्री बन गया. पर, विधायकों को उनसे मुलाकात की सुविधा नहीं थी. किसी भी विषय पर कोई बैठक नहीं हुई. शिवसेना में आये परिवर्तनों के पीछे कई कारण हैं.