खड़की, 24 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
वर्तमान युग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है. बदलते तकनीक के इस युग में छात्रों को भी सहभाग लेना चाहिए. बदलती तकनीक के अनुरूप खुद को बदलना होगा, क्योंकि , भविष्य में आप में से कोई शोधकर्ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त करेगा, यह विश्वास खड़की कैन्टोंमेंट बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मीनाक्षी लोहिया ने व्यक्त किया. द फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की फ्लो) के पुणे चैप्टर के सहयोग से खड़की कैन्टोन्मेंट बोर्ड के कर्नल भगत इंग्लिश स्कूल में रोबोटिक्स और एआई लैब शुरू की गई है. सोमवार को सुबह 11:30 बजे आयोजित कार्यक्रम में रोबोटिक्स एवं एआई लैब का उद्घाटन मुख्य कार्यकारी अधिकारी मीनाक्षी लोहिया ने किया. इस अवसर पर जॉइंट सीईओ सौनिक, फिक्की फ्लो पुणे चैप्टर की अध्यक्ष पिंकी राजपाल, रोबोटेक्स इंडिया की निदेशक पायल राजपाल, अनीता अग्रवाल, पूजा आनंद और स्कूल की प्रिंसिपल मंगल सोरटे एवं शिक्षक, शिक्षिका और बडी संख्या में छात्र उपस्थित थे. मीनाक्षी लोहिया ने कहा कि भारतीय शोधकर्ता नासा में भी काम कर रहे हैं. छात्रों को एआई तकनीक को अपनाना चाहिए. यदि छात्र अपने शोध से कोई मॉडल तैयार करेंगे तो उस छात्र के साथ-साथ स्कूल और खड़की कैन्टोन्मेंट बोर्ड का नाम भी रोशन होगा. इसलिए छात्रों को अभी से एआई और रोबोटिक्स तकनीक सीखना शुरू कर देना चाहिए. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन केतकी म्हस्के और माया हिवाले ने किया.