पुणे, 24 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
प्र्रॉपर्टी टैक्स के अनुमानित आय में विफलता दिखने के बाद मनपा ने प्र्रॉपर्टी टैक्स बकायादारों के लिए ‘अभय योजना’ लाने की प्रक्रिया शुरू की है. इस पर अतिरिक्त आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. ने पुष्टि की है कि अभय योजना लागू करने की प्रारंभिक चर्चा चल रही है, लेकिन अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है. वहीं, ‘आपला पुणे’ के माध्यम से पूर्व नगरसेवकों ने उन्हीं बकायादारों के लिए अभय योजना लाने का विरोध किया है. मनपा के 2024-25 के बजट में मिलकत कर से 2,700 करोड़ रुपये की आय की उम्मीद जताई गई थी. 34 गांवों को शामिल करने और कर की संरचना में साल दर साल वृद्धि होने के कारण आयुक्त ने यह अनुमान लगाया था. लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त होने को है और अभी तक केवल 2,000 करोड़ रुपये की ही आय हो पाई है.
राज्य सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव के समय समाविष्ट गांवों के बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई न करने के आदेश के कारण आय में कमी आई है, ऐसा प्रॉपर्टी टैक्स विभाग का दावा है. इसी कारण मार्च महीने में अभय योजना लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस संदर्भ में अतिरिक्त आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. से संवाद किया गया, तो उन्होंने कहा, हम अभय योजना लागू करने पर प्रारंभिक चर्चा कर रहे हैं, लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
हम इस पर चर्चा कर रहे हैं कि इसे इस वित्तीय वर्ष में लागू किया जाए या अगले वित्तीय वर्ष में. इस बीच, 40% कर छूट के लिए पीटी थ्री फॉर्म नागरिकों से भरे जा रहे हैं. लगभग डेढ़ लाख नागरिकों ने ये फॉर्म भरे हैं, और कर्मचारियों ने स्थान पर जाकर जांच भी की है. हालांकि, इस फॉर्म का रिकॉर्ड अभी तक प्रॉपर्टी टैक्स विभाग की कंप्यूटर प्रणाली में दर्ज नहीं किया गया है. इसलिए यह चर्चा चल रही है कि एक बार फिर से 40% कर छूट को समग्र रूप से लागू किया जाए. इस बारे में बात करते हुए कि पृथ्वीराज बी.पी. ने कहा, पीटी थ्री फॉर्म का कंप्यूटर पर रिकॉर्ड दर्ज करने में देरी हो रही है. इसके कारण आगामी वर्ष के बिल तैयार करने में विलंब हो रहा है, यह वास्तविकता है. इसके लिए प्रॉपर्टी टैक्स विभाग को अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा. जिन्होंने पीटी थ्री फॉर्म भरे हैं, उन्हें ही प्र्रॉपर्टी टैक्स में 40% छूट दी जाएगी.
मनपा का भय चाहिए, अभय नहीं
मनपा में फिर से प्रॉपर्टी टैक्स बकायादारों के लिए अभय योजना लाने की योजना बनाई जा रही है, जो 1 से 31 मार्च तक लागू की जाएगी. इस योजना का ईमानदार करदाताओं पर अन्याय करने का आरोप पूर्व नगरसेवकों ने लगाया है. उनका कहना है कि कर चुकाने वाले लोग हमेशा वही होते हैं, और मनपा को उन पर पुरस्कार की बजाय सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जबकि ईमानदार करदाता हमेशा ऑनलाइन बिल भरकर समय पर भुगतान करते हैं, उन्हें भी सम्मान मिलना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उन्हें कोई दंड न लगे. इस संदर्भ में ‘आपला पुणे’ के पूर्ण नगरसेवक उज्जवल केसकर, सुहास कुलकर्णी, और प्रशांत बधे ने मनपा आयुक्त से यह अपील की है कि, ईमानदार करदाताओं के बीच भय पैदा करने वाली अभय योजना न लाएं.