आय का 2 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक कार्यों में देना चाहिए

विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोऱ्हे की राय ः महोशेता संगठन का पुरस्कार वितरण समारोह संपन्न

    04-Feb-2025
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शिवाजीनगर, 3 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

जैनसमाज को सकारात्मक कार्य करने वाले समुदाय के रूप में जाना जाता है. चाहे किल्लारी भूकंप हो, बाढ़ की स्थिति हो या कोल्हापुर में भारी बारिश हो, जैन समुदाय हमेशा आपदा के समय सबसे पहले मदद करने वालों में सबसे आगे रहता है. चिकित्सा, पर्यटन, शिक्षा या कोई अन्य साहसिक क्षेत्र में भी जैन समुदाय आगे है. सभी लोगों को अपनी-अपनी जरूरतें पूरी करने के बाद जो पैसा बचे, उसका 2 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक कार्यों में देना चाहिए, ऐसे विचार रखते हुए विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोऱ्हे ने कहा कि, मानवता उस सहायता के माध्यम से जीवित रहती है.

वह महोशेता जीवन गौरव पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रही थीं. यह कार्यक्रम महोशेता संस्था द्वारा भांडारकर ओरिएंटल रिसर्च सेंटर में आयोजित किया गया था. इसमें डॉ. नीलम गोऱ्हे के हाथों उद्योगपति जवाहर मोतीलाल वीरचंद शाह (मालेगांवकर) को महोशेता जीवन गौरव पुरस्कार प्रदान किया गया. जैन विकास वित्त निगम के अध्यक्ष ललित गांधी, महोशेता के अध्यक्ष सुभाष शाह, सचिव प्रदीप पारेख, कोषाध्यक्ष चंद्रकांत शाह और अन्य गणमान्य उपस्थित थे. कार्यक्रम में राकेश लालचंद शाह, डॉ. दीपक विनोद कुमार शाह, राजेश भोगीलाल शाह, डॉ. राजेश हीरालाल शाह, युवराज शाह, विलास जयंतीलाल शाह, शर्मिला राजेंद्र सुराणा, अनीता रंजीत शाह को सामाजिक कार्यों में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया.

 कार्यक्रम की योजना एवं संचालन डॉ. शैलेश गुजर द्वारा की गई. सम्मान स्वीकार करने के बाद जवाहर शाह ने कहा कि महोशेता को अधिक से अधिक लोगों को स्थान देना चाहिए. संगठन का दायरा बड़ा है. इसका समुचित विस्तार करने के लिए इसे मुंबई शहर में केन्द्रीकृत करने के बजाय पुणे और कोल्हापुर में विकेंद्रीकृत किया जाना चाहिए. समारोह में परिचय सुभाष शाह ने दिया. ललित गांधी, डॉ. दीपक विनोद कुमार शाह, युवराज शाह ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए.