शिवाजीनगर, 6 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
समाज में कई समस्याएं हैं. समाज में कई स्वैच्छिक संगठन इन समस्याओं को हल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हम तारा आत्मनिर्भर ग्रांट पहल के माध्यम से इन संगठनों के लिए समर्थन बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. ताराचंद रामनाथ सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी नंदकिशोर राठी ने कहा कि यह पहल भारत को समझने का एक प्रयास है. वे सम्मानपत्र प्रदान एवं निधि वितरण समारोह में बोल रहे थे. विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर काम करने वाले सामाजिक संगठनों को सशक्त बनाने के लिए पुणे में ताराचंद रामनाथ सेवा ट्रस्ट द्वारा तारा आत्मनिर्भर ग्रांट पहल शुरू की गई है. इसके तहत सामाजिक संस्थाओं को ताराचंद रामनाथ सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी नंदकिशोर राठी द्वारा प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया. साथ ही उनके लिए जुटाई गई धनराशि उपलब्ध कराई गई. इस समय मंच पर ताराचंद रामनाथ सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी रतन राठी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे. कार्यक्रम में समता एक्शन फॉर इम्पैक्ट की दीपाली क्षीरसागर, बैठक फाउंडेशन के मंदार करंजकर, प्रा फाउंडेशन की डॉ. प्राजक्ता बोराडे- कोलपकर, सुमंत्रा मनोवैज्ञानिक केंद्र के विनय भोसेकर, बादल फाउंडेशन की राधिका ढींगरा, डॉ. अंजलि मॉरिस फाउंडेशन की स्वप्ना दामेरला, न्यास की श्रद्धा कदम को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में वित्तीय सहायता प्राप्त करनेवाली इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने कार्यों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की. प्रस्तावना दर्शन मुंदडा ने रखी. राघव राठी ने आभार व्यक्त किया. सायाली और मंदार करंजकर ने कबीर के भजन गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. संचालन सौम्या शर्मा ने किया.नंदकुमार राठी ने कहा कि हम इन संस्थानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बुद्धिमत्ता, समय और धन के तीन स्तंभों पर काम कर रहे हैं. सामाजिक जागरूकता जगाने के लिए इसे पाठ्यक्रम में शामिल करना आवश्यक है.