पुणे, 7 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
आगामी दिवाली से दिसंबर तक पुणे जिले में पर्यटन महोत्सव आयोजित करने की योजना के तहत, संपूर्ण, समावेशी और पर्यावरणअनुकू ल पुणे जिला समग्र पर्यटन योजना तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने दिए हैं- उन्होंने कहा कि पर्यटकों को मार्गदर्शक, सड़कें, दिशासूचक संकेतक, भोजनालय, निवास, यात्रा व्यवस्था, शुल्क विवरण, चिकित्सा सुविधाओं की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जानी चाहिए. इसके लिए प्रसिद्ध पर्यटन विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाना चाहिए. पुणे जिला समग्र पर्यटन योजना के निर्माण को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में डूडी बोल रहे थे. इस दौरान उपवनसंरक्षक महादेव मोहिते, अमोल सातपुते, पर्यटन संचालनालय की प्रादेशिक उपसंचालक शमा पवार, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता बप्पा बहीर, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता दिगंबर डुबल, ेशेता कुरहाडे, पुरातत्व विभाग के सहायक संचालक डॉ. विलास वहाणे और जिला नियोजन अधिकारी किरण इंदलकर उपस्थित थे. पर्यटनस्थलों का विकास और रोजगार सृजन डूडी ने कहा कि पुणे जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज के गौरवशाली इतिहास को दर्शाने वाले कई दुर्ग (किले) हैं. इन किलों को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए. पर्यटन स्थलों के विकास से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि राजस्व में वृद्धि, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर, पारंपरिक कला-संस्कृति, साहित्य, संगीत और नाट्य क्षेत्र का भी समृद्धि होगी. इसके अलावा, पर्यावरण की रक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. पर्यटन स्थलों की स्वच्छता बनाए रखने, प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण के क्षरण से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरती जानी चाहिए.
पर्यटन महोत्सव की तैयारी उन्होंने कहा कि नवंबर या दिसंबर में पर्यटन महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई जाए और इसके लिए उपयुक्त स्थल का चयन किया जाए्. इस महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों, पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को आमंत्रित किया जाना चाहिए.. इस पहल के तहत पुणे जिले के पर्यटन स्थलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने की आवश्यकता है. इस दिशा में, पुणे जिला समग्र पर्यटन योजना का निर्माण महत्वपूर्ण साबित होगा. उन्होंने सभी विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए.