पुणे, 8 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) मनपा और जिला परिषद चुनाव स्वबल पर लड़ने हैं या महायुति (महागठबंधन) के तहत यह निर्णय स्थानीय स्तर पर जिले की राजनीतिक परिस्थिति को देखकर लिया जाएगा. यह स्पष्ट करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिकाओं पर फैसला आने के बाद स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के चुनाव घोषित किए जाएंगे. तब महायुति के तीनों दलों के नेता एक साथ बैठक कर यह तय करेंगे कि चुनाव कैसे लड़ा जाए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विभाग और सामाजिक न्याय विभाग की राज्य स्तरीय बैठक शनिवार को पुणे के जंगली महाराज रोड स्थित सभागार में आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता सुनील तटकरे ने की. इस अवसर पर ओबीसी सेल के अध्यक्ष कल्याण आखाड़े, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, प्रदेश महासचिव और विधायक शिवाजीराव गर्जे, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे, प्रवक्ता महेश शिंदे, पार्टी के शहर अध्यक्ष दीपक मानकर, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप देशमुख सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. इसी बैठक के दौरान तटकरे ने संवाददाताओं से चर्चा की. गठबंधन पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं तटकरे ने कहा कि स्थानीय स्वशासन संस्थाओं के चुनाव स्वबल पर लड़ने की मांग कार्यकर्ताओं ने शिविरों में रखी है. जब चुनावों की घोषणा होगी, तब भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना के नेता आपसी सहमति से निर्णय लेंगे. फिलहाल पार्टी के विस्तार और मजबूती पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. मैं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार राज्य भर का दौरा करेंगे. विदर्भ, कोंकण और मुंबई में कुछ नए नेता पार्टी में शामिल होंगे. धनंजय मुंडे के इस्तीफे पर सवालों की बौछार मंत्री धनंजय मुंडे का इस्तीफा लिया जाएगा या नहीं. इस पर जब पत्रकारों ने बार-बार सवाल किए, तो तटकरे ने कहा कि बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. इस मामले की तीन अलग-अलग जांच एजेंसियों द्वारा जांच की जा रही है और दोषियों को निश्चित रूप से सजा मिलेगी. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों ने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. मुंडे के खिलाफ अन्य आरोपों पर भी पार्टी ने संज्ञान लिया है. जब पार्टी कार्यकर्ताओं की इस मांग पर सवाल किया गया कि धनंजय मुंडे के कारण हो रही बदनामी को देखते हुए पार्टी को नैतिक निर्णय लेना चाहिए, तो तटकरे ने जवाब दिया कि पार्टी हित और उसकी विचारधारा को ध्यान में रखते हुए ही कोई निर्णय लिया जाएगा. राहुल गांधी ने हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 39 लाख नए मतदाताओं के शामिल होने का मुद्दा उठाया था.इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तटकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हुई हार हमने बिना किसी बहाने के स्वीकार की. हमने ईवीएम को दोष नहीं दिया. शिवजयंती और मराठी भाषा दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम तटकरे ने कहा कि शिवजयंती के अवसर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस स्वराज्य सप्ताह का आयोजन करेगी. साथ ही मराठी भाषा दिवस पर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
हार से आघाड़ी के नेता अब भी उबर नहीं पाएविधानसभा चुनाव के दौरान महाविकास आघाड़ी के 10-12 नेता मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते थे, लेकिन वे चुनाव हार गए. महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के नेता अब भी उस हार से उबर नहीं पाए हैं. मतदाता सूची चुनाव से पहले प्रकाशित होती है, उसी समय आपत्तियां और सुझाव दर्ज कराए जाने चाहिए थे. पालकमंत्री पद के विवाद पर सरकार का फैसलारायगढ़ और नासिक के पालकमंत्री पद को लेकर उठे विवाद पर सवाल पूछे जाने पर तटकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री इस पर निर्णय लेंगे, जो गठबंधन के सभी दलों को मान्य होगा.