मुंबई, 14 अक्टूबर (वि.प्र.) - सुप्रीम कोर्ट ने फिल्ममेकर एकता कपूर को वेब सीरीज XXX में आपत्तिजनक कंटेट परोसने के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि वे देश की युवा पीढ़ी का दिमाग दूषित कर रही हैं. शीर्ष अदालत एकता कपूर द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उनके ओटीटी प्लेटफॉर्म अल्ट बालाजी पर प्रसारित वेब सीरीज में सैनिकों का कथित रूप से अपमान करने और उनके परिवारों की भावनाओं को आहत करने के लिए उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को चुनौती दी गई थी.
न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा कि कुछ करना होगा. आप इस देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को प्रदूषित कर रहे हैं. यह सभी के लिए उपलब्ध है. आप लोगों को किस तरह का विकल्प प्रदान कर रही हैं? इसके विपरीत आप युवाओं के दिमाग को दूषित कर रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही चेतावनी दी कि ऐसी कोई और दलील उनके पास आती है तो उनसे एक लागत वसूल की जाएगी.
एकता कपूर की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई है, लेकिन इस बात की कोई उम्मीद नहीं है कि मामला जल्द ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत ने पहले भी इसी तरह के मामले में कपूर को संरक्षण दिया था. रोहतगी ने कहा कि वेब सीरीज को सब्सक्रिप्शन के बाद ही देखा जा सकता है और हमारे देश में अपनी पसंद देखने की स्वतंत्रता है.
इस पर एकता कपूर के वकील को पीठ ने हिदायत देते हुए कहा कि हर बार जब आप इस अदालत में आते हैं, तो हम इसकी सराहना नहीं कर सकते. हम इस तरह की याचिका दायर करने के लिए आप पर एक लागत डालेंगे. रोहतगी कृपया इसे अपने मुवक्किल को बताएं. सिर्फ इसलिए कि आप सेवाओं को वहन कर सकते हैं और एक अच्छे वकील को अपना केस दे सकते हैं. यह अदालत उनके लिए नहीं है जिनके पास आवाज है. यह अदालत उन लोगों के लिए काम करती है जिनके पास आवाज नहीं है. जिन लोगों के पास हर तरह की सुविधाएं हैं, अगर उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है तो इस आम आदमी की स्थिति के बारे में सोचें.
बता दें कि बिहार के बेगूसराय की एक निचली अदालत ने पूर्व सैनिक शंभू कुमार की शिकायत पर वारंट जारी किया था। कुमार ने 2020 की अपनी शिकायत में कथित सीरीज XXX (सीजन-2) में एक सैनिक की पत्नी से जुड़े कई आपत्तिजनक दृश्य को लेकर यह याचिका दायर की थी.