पुणे, 18 जून (आ.प्र.)
अमेरिका की 155 साल पुरानी और सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी कारगिल ने पुणे के कैवल्य डागा का चयन ‘कारगिल ग्लोबल स्कॉलर` के रूप में किया है. यह कंपनी पूरी दुनिया से हर साल 60 विद्यार्थियों का ‘कारगिल ग्लोबल स्कॉलर` के रूप में चयन करती है. जिनमें से भारत के सिर्फ 10 ही होते हैं. कारगिल ग्लोबल स्कॉलर के रूप में चयन होना अत्यंत ही प्रतिष्ठापूर्ण माना जाता है क्योंकि यह चयन प्रक्रिया 100 प्रतिशत मेरिट के आधार पर होती है. इसमें स्टूडेंट की ओवरऑल एक्टिविटी देखी जाती है तथा उसमें उसका प्रदर्शन किस प्रकार रहा है, उसे भी चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाता है. इसमें स्टूडेंट का मल्टीटेलेंटैड होना और उच्च दर्जे की लीडरशिप केपिसिटी होनी चाहिए. कैवल्य सूरज इंफो के संचालक संजय डागा और ममता डागा के पुत्र हैं. उनकी इस सफलता पर सभी ओर से शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है.
उनके चयन पर संजय डागा और ममता डागा ने कहा कि हमें कैवल्य की उपलब्धि पर गर्व है. उसका हर क्षेत्र में इतना ज्ञान रखना भी कौतूहल का विषय है. कैवल्य वर्तमान में आईआईटी मुंबई के इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर में है. ‘कारगिल ग्लोबल स्कॉलर` की उपलब्धि से उसका आत्मविश्वास और बढ़ गया है.
6 देशों से सिर्फ 60 विद्यार्थियों का होता है चयन
कारगिल कंपनी का उद्देश्य दुनियाभर के सर्वोत्कृष्ट विद्यार्थियों का एक साथ लाना है. उनका एक गु्रप तैयार बनाकर उनके बीच विचारों का आदान-प्रदान करना, नॉलेज शेयरिंग और इनमें से अच्छी नेतृत्व क्षमता वाला लीडर तैयार करना है. इसके लिए भारत, अमेरिका, रशिया, चीन, ब्रॉजील, इंडोनेशिया से 10-10 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है.यह चयन सिर्फ अंडर ग्रैजुएट विद्यार्थियों के बीच ही होता है. जिसमें विद्यार्थियों को 5 हजार अमेरिकन डॉलर का पुरस्कार दिया जाता है. कारगिल ग्लोबल स्कॉलर के रूप में चयनित विद्यार्थियों को बड़ी कार्पोरेट कंपनी का मेंटोर मिलता है जिसमें एक भारतीय होता है तथा दूसरा अंतर्राष्ट्रीय मेंटोर होता है.
इंटरव्यू के दौरान गिटार तक बजवा कर देखा
अपने चयन पर कैवल्य डागा ने कहा कि इसके लिए आवेदन करते समय सबसे पहले यह देखना होता है कि हम जिस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं वह एलिजिबल है या नहीं. इसके साथ ही बहुत छोटी-छोटी बातों की जानकारी रखनी पड़ती है. सही अर्थों में अपने व्यक्तित्व की पहचान होती है. एप्लीकेशन की जांच कर मेरिट के आधार पर ही चयन होता है. इसके बाद इंटरव्यू में कई प्रश्न पूछे जाते हैं. कैवल्य ने बताया कि ऑनलाइन इंटरव्यू के दौरान पैनल के मेंबर को मेरे घर की दीवार पर गिटार लटकी नजर आई तो उन्होंने मुझसे वह बजवाकर देखी. इंटरव्यू में वे आपका आत्मविश्वास और पोटेंशियल चेक करते हैं. आपको दुनिया भर के घटनाक्रम की कितनी जानकारी है? आप कुछ बदलाव करने के लिए वास्तव में पेशनट हैं क्या? आप भविष्य में एक लीडर के रूप में कार्य कर सकते हैं क्या? आदि बातों को चेक किया जाता है. उन्होंने विद्यार्थियों से ज्यादा से ज्यादा कारगिल ग्लोबल स्कॉलर योजना का लाभ लेने के लिए मेहनत करने की अपील की है.