पुणे, 27 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
गन्ना उत्पादन में चीनी की मात्रा कितनी है? यह अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से मापी जा सकती है. इसके लिए इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के साथ हुए समझौते से वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट में शोध किया जाएगा. वीएसआई के अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को जानकारी दी कि जल्द ही इस पर कोर्स शुरू किया जाएगा. संस्थान के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट, मांजरी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर एग्रिकल्चरल टेक्नोलॉजी एंड क्लाइमेट चेंज कोर्स शुरू किया जाएगा. इस अवसर पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के निदेशक डॉ. अजीत जावकर, सारंग नेरकर, माइक्रोसॉफ्ट के डॉ. प्रशांत मिश्रा, कृषि विकास अध्यक्ष प्रताप पवार उपस्थित थे. पवार ने कहा कि इस तकनीक के इस्तेमाल से किसान खेत में उचित मात्रा में पानी, खाद, उत्पादन बढ़ाने, मौसम, बाजार मूल्य का अनुमान लगाने जैसे काम अधिक कुशलता से कर सकेंगे. साथ ही गन्ने का उत्पादन करते समय प्रति एकड़ उत्पादन चीनी की मात्रा का अनुमान लगाया जा सकता है.
राजनीतिक मुद्दों पर कोई टिप्पणी नहीं..
शरद पवार की प्रेस कांफ्रेंस थी इसलिए मीडिया प्रतिनिधियों की भीड़ उमड़ पड़ी. सभी ने कैमरा, साउंड, लाइट की जांच की और इसे तैयार रखा. जैसे ही मराठा आरक्षण सहित अन्य मुद्दे सामने आए, पवार ने दोनों हाथ जोड़ लिए और कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं होने की बात कहते हुए प्रेस कांफ्रेंस को अलविदा कह दिया.