चिंचवड़, 31 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
चिंचवड़ विधानसभा उपचुनाव का रणसंग्राम मंगलवार से शुरू हो रहा है. चुनाव निर्विरोध होगा या नहीं, इसको लेकर उत्सुकता के बीच अप्रत्याशित रूप से राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) की ओर से पूर्व नगरसेवक मयूर कलाटे का नाम उम्मीदवारी के लिए सामने आया है. अन्य पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन करने के बजाय ‘क्लीन फेस' के रूप में मयूर कलाटे को उम्मीदवारी देने पर एनसीपी द्वारा नाराजगी या बगावत नहीं होने की बात कही जा रही है. इसी से राहुल कलाटे का नाम आगे आने की राय राजनैतिक क्षेत्र के जानने वाले व्यक्त कर रहे हैं. दूसरी ओर यह चर्चा है कि उच्चशिक्षित, युवा चेहरा, वॉर्ड और आईटियंस में अच्छे जनसंपर्क वाले चेहरे के रूप में मयूर कलोटे सही साबित हो सकते हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में स्थानीय विरूद्ध बाहर के उम्मीदवार को लेकर संघर्ष देखा गया था. एनसीपी के युवा नेता पार्थ पवार मावल लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार थे. उस समय मयूर कलाटे ने पूरी क्षमता से पार्थ पवार के लिए काम किया.
सांसद श्रीरंग बारणे के खिलाफ भूमिका लेकर कलाटे ने पार्थ पवार का काम किया. 2017 में हुए मनपा चुनाव में चिंचवड़ में भाजपा का वर्चस्व होते हुए भी मयूर कलाटे ने पार्टी के साथ निष्ठा कायम रखी. इसलिए मयूर कलाटे को मनपा चुनाव में उम्मीदवारी दी गई और वह उस सीट जीत भी गए थे. मयूर कलाटे के कार्य और जनसंपर्क को देखते हुए उन्हें उपचुनाव के लिए उम्मीदवारी दिए जाने की संभावना है. शिवसेना के पूर्व गुटनेता राहुल कलाटे भी इस चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक हैं. लेकिन राहुल कलाटे को उम्मीदवारी देने पर संघर्ष देखने को मिल सकता है. इसलिए मयूर कलाटे को उम्मीदवारी देने पर यह संघर्ष टलने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि मयूर कलाटे और राहुल कलाटे भाई हैं.
लोकसभा का गणित ध्यान में रखा जा रहा
माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्थ पवार मावल के उम्मीदवार रहे तो मावल और चिंचवड़ चुनाव क्षेत्र में एक ही विचारधारा का प्रतिनिधि होने से इसका सीधा असर चुनाव परिणाम पर हो सकता है. शायद इसी गणित को ध्यान में रखकर मयूर कलाटे को उम्मीदवारी देने का मुद्दा सामने आया.