चिंचवड़, 23 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
स्वर्गीय अण्णासाहेब पाटिल ने अपना पूरा जीवन लाखों मेहनती श्रमिकों के लिए समर्पित कर दिया. वे चाहते थे कि ये श्रमिक सम्मान के साथ जी सकें. उनके द्वारा माथाड़ी कामगारों हेतु किया गया कार्य दीपस्तंभ की तरह है. यह राय श्रमिक नेता और शिवसेना के उपनेता इरफान सैयद ने व्यक्त की. महाराष्ट्र मजदूर संघटना द्वारा अण्णासाहेब पाटिल की पुण्यतिथि के अवसर पर चिंचवड़ स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया गया. इस मौके पर सैयद बोल रहे थे. इस वक्त मजदूर नेता सैयद बोल रहे थे. इस कार्यक्रम में परेश मोरे, उपाध्यक्ष भिवाजी वाटेकर, खंडू गवली, संदीप मधुरे, पांडुरंग कालोखे, बबन काले, मारुति कौदरे, अशोक सालुंखे, समर्थ नाइकवाड़े, सुनील सावले, ज्ञानेेशर घनवट, गिरीश देशमुख, चंद्रकांत पिंगट, अमृत शिंदे, बालाजी खैरे, अविनाश जांभले, सोमनाथ फुगे, सोपान गाड़गे, शंकर शिंदे, तानाजी कोलेकर, कैलास तोड़कर आदि ने भाग लिया. इरफान सैयद ने कहा, अण्णासाहेब पाटिल के मन में कर्मियों को दिए जाने वाले कम पारिश्रमिक और मालिक के शोषण से टीस थी. उसी तड़प से उन्होंने माथाड़ी कामगारों के न्याय अधिकार के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया. आगे सरकार व कई राजनीतिक नेताओं के साथ पत्राचार किया और फालोअप करके माथाड़ी कानून अमल में लाया.उनके योगदान के कारण ही आज मजदूरों का मजबूत संगठन हर जगह खड़ा है.