पुणे, 24 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे ने बताया है कि पुणे जिले में चुनाव साक्षरता मंच के माध्यम से मतदाता जागरूकता अच्छी तरह से की गई है. यह गतिविधि अप्रैल से राज्य के 21 जिलों में शुरू की जाएगी. वे जिलधिकारी कार्यालय में आयोजित चुनाव साक्षरता मंच (ईएलसी) पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस अवसर पर जिला अधिकारी डॉ. राजेश देशमुख, उच्च शिक्षा संचालक डॉ. शैलेंद्र देवलाणकर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी आरती भोसले, वर्शिप अर्थ फाउंडेशन के तेजस गुजराथी, अल्ताफ पीरजादे व आम्रपाली चव्हाण उपस्थित थे. मतदाता जागरूकता की दृष्टि से यह वर्ष महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले वर्ष आम चुनाव होने हैं. अगले चुनाव में ईएलसी में भाग लेने वाले छात्रों को स्वयंसेवकों के रूप में शामिल करने पर भी विचार किया जाएगा. उन्हें चुनाव प्रक्रिया को करीब से देखने का मौका मिलेगा. साथ ही यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि प्रत्येक पात्र छात्र मतदाता हो और इसके लिए विशेष प्रयास करने वाले महाविद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा.
कलेक्टर डॉ. देशमुख ने कहा, भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता जागरूकता के लिए 2009 से स्वीप कार्यक्रम शुरू किया था. चुनावों को अधिक सर्वसमावेशी बनाने के प्रयासों के तहत, पुणे जिले में पायलट आधार पर चुनाव साक्षरता मंच की पहल को लागू किया जा रहा है. इस पहल को राज्यस्तर पर लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने विश्वास जताया कि कॉलेजों की मदद से नए मतदाता बड़ी संख्या में चुनाव प्रक्रिया में शामिल हो सकते ह्ैं. डॉ. देवलाणकर ने कहा, मंच के माध्यम से चुनाव साक्षरता बहुत अच्छे से हुई है. इस अभियान में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है. कॉलेजों को निर्देश दिया जाएगा कि वे कॉलेज में प्रवेश लेते समय छात्रों के मतदाता पंजीकरण की मांग करें. उन्होंने अपील की कि कॉलेजों को इसे सामाजिक जिम्मेदारी के तौर पर देखना चाहिए.