कैंप, 18 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
डॉ. बी. आर. आंबेडकर की 132वीं जयंती की पूर्व संध्या पर पूना कॉलेज के राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र विभाग, आंतरिक गुणवत्ता ओशासन प्रकोष्ठ ने (आईक्यूएसी) नेहरू युवा केंद्र, महाराष्ट्र और आजीवन शिक्षा और विस्तार विभाग, सावित्रीबाई फुले वेिशविद्यालय, के साथ ‘समकालीन भारत में आंबेडकर : सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र पर विचार' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया था. पूना कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. आफताब अनवर शेख ने स्वागत भाषण दिया और सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया. डॉ. शेख ने संगोष्ठी के विषय पर भी प्रकाश डाला और वर्तमान स्थिति में डॉ. बी.आर. आंबेडकर की विचारों की प्रासंगिकता को साबित किया. सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय के लाइफलांग लर्निंग एंड एक्सटेंशन विभाग के निदेशक प्रो. डॉ. विलास आढाव संगोष्ठी के मुख्य अतिथि थे. डॉ. आढाव ने कहा कि डॉ. आंबेडकर बहुमुखी प्रतिभा वाले व्यक्ति थे. उनके लिए दूरी से ज्यादा दिशा महत्वपूर्ण है. उन्होंने डॉ. आंबेडकर के संघर्षों और उस समय के भारतीय समाज के मुद्दों, विशेष रूप से आर्थिक व सामाजिक मुद्दों को हल करने में उनके योगदान पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर पूना कॉलेज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर के भाषण प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया. समन्वयक डॉ. मुख्तार शेख ने राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्देश्यों को प्रस्तुत किया. संगोष्ठी में मोइनुद्दीन खान, उपप्राचार्य, डॉ. इकबाल शेख, आईक्यूएसी समन्वयक, डॉ. एम. शाहिद जमाल अंसारी, अध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग और समन्वयक उपस्थित थे. सुश्री सबा ने कार्यक्रम का संचालन किया. सुश्री शाहीना खान ने पवित्र कुरान की आयतें पढ़ीं. अरशद ने अतिथियों का परिचय कराया. सुश्री सुनैरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया. इस कार्यक्रम हेतु अरशद, शादाब, नुमान, सैफ, उजमा फातिमा ने प्रयास किए.