HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने मुंबई के एक कार्यक्रम में दी जानकारीएचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने मुंबई में एक कार्यक्रम में जानकारी देते हुए कहा कि अगले 7 सालाें में रियल इस्टेट का मार्केट 8 लाख कराेड़ का हाे जाएगा.डेवलपर्स प्रीमियम के साथ किफायती दराें पर ज्यादा फाेकस करें. केंद्र ीरत काे ग्लाेबल मैन्युफै्नचरिंग हब बनाने की तैयारी में जुट गया है. रियल इस्टेट का काराेबार कई गुना बढ़ने की संभावना है. देश में फिलहाल 3 कराेड़ घराें की कमी है. रेमंड ग्रुप के गाैतम सिंघानिया ने कहा -कस्टमर काे सही कीमत पर अच्छे फ्लैट देने का प्रयास करें. विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार इंडस्ट्रियल काॅरीडाेर्स का विकास कर सरकार ने भारत काे ग्लाेबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर फाेकस किया है, जिसकी वजह से रियल एस्टेट डेवलपमेंट के अवसर कई गुना बढ़ गए हैं. यही वजह है कि वेयरहाउसिंग, फुलफिलमेंट सेंटर्स, डेटा सेंटर्स, हाॅस्पिटैलिटी, लैब ऑफिस जैसी नई रियल एस्टेट एसेट्स की मांग टियर-2 और टियर-3 शहराें सहित अन्य स्थानाें पर भी बढ़ रही है.
यह महत्वपूर्ण जानकारी एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने मुंबई में एक कार्यक्रम में जानकारी दी. कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख शहराें से डेवलपर्स शामिल हुए.उन्हाेंने कहा कि देश में शहरीकरण का ट्रेंड अभी भी जारी है. अभी करीब 32 प्रतिशत आबादी शहराें में रहती है जाे साल 2030 तक बढ़कर 40 प्रतिशत हाेने की उम्मीद है.दीपक पारेख ने टियर-2 और टियर-3 शहराें के डेवलपर्स काे सलाह दी कि वे उन्हें प्रीमियम घराें के साथ-साथ मध्यम वर्ग के लिए किफायती घराें पर फाेकस करना चाहिए.इसके अलावा एक साथ कई प्राेजेक्ट काे लाॅन्च करने की महत्वाकांक्षी काेशिश से बचना चाहिए. उन्हाेंने कहा कि देश में इस वक्त करीब 2.9 कराेड़ मकानाें की कमी है. और हाल ही में जारी एक पूर्वानुमान के अनुसार भारतीय रियल एस्टेट मार्केट वर्ष 2030 तक एक ट्रिलियन डाॅलर हाे जाएगा.