पुणे, 4 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
सिंहगढ़ किले का कल्याण दरवाजा और परिसर के संवर्धन के लिए प्रादेशिक पर्यटन योजना से 3 करोड़ 75 लाख रुपए का फंड मंजूर हुआ है. पुरातत्व विभाग की ओर से अप्रैल आखिर में इन कार्यों की शुरुआत होगी. यह जानकारी जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख ने दी. इसे जिले के पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलकर रोजगार के अवसर उपलब्ध होने में मदद होगी. पिछले कई वर्षों से सिंहगढ़ किले की विकास रूपरेखा पेंडिंग थी. जिला योजना समिति की बैठक में सिंहगढ़ किले का विकास करने का मुद्दा उठाया गया था. उस वक्त पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने जिले के पुराने मंदिर, गढ़ और किलों का वर्ष 2023-24 की जिला विकास रूपरेखा में प्राथमिकता से समावेश कर उनका संवर्धन तथा वहां बुनियादी सुविधाएं निर्माण करने की योजना करने का आश्वासन दिया था. उसके अनुसार प्रादेशिक पर्यटन योजना से इस किले के विकास के लिए फंड मंजूर हुआ है. जिले सालाना योजना से इस वर्ष 30 करोड़ रुपए जिले के गढ़ और किलों के संवर्धन हेतु उपलब्ध कराने का प्रस्तावित है. अगली जिला योजना समिति की बैठक में इन सभी कार्यों को मंजूरी देकर यह कार्य अगले वर्ष मार्च आखिर तक पूरे करने का प्रस्तावित होने की जानकारी जिलाधिकारी ने दी.
टेंडर प्रक्रिया शुरू
स्वराज्य रक्षक धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान स्थल तुलापुर व समाधि स्थान स्मारक वढू (बुद्रुक) स्थित 269 करोड़ 24 लाख रुपयों की विकास रूपरेखा के कार्यों की टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है. साथ ही श्री क्षेत्र जेजुरी विकास रूपरेखा अंतर्गत 109 करोड़ 57 लाख रुपयों के कार्यों की टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है. मुख्य मंदिर का जतन संवर्धन करने के कार्य के टेंडर ने विकास रूपरेखा की शुरुआत की जा रही है. सुदुंबरे (तहसील-मावल) स्थित श्री संत जगनाड़े महाराज विकास रूपरेखा को भी मंजूरी देकर राज्य सरकार की मंजूरी के लिए विभागीय आयुक्त कार्यालय को 62 करोड़ 93 लाख रुपयों की रूपरेखा पेश करने की जानकारी डॉ. राजेश देशमुख ने दी.