सनातन धर्म अनंतकाल तक रहेगा: स्वामी गोविंददेव गिरि

‘सनातन भारत ग्रंथ" के विमोचन समारोह में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष ने कहा

    06-May-2023
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पुणे, 5 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
सनातन भारत ग्रंथ में सनातन परम्परा से संबंधित सभी प्रश्नों को समाहित किया गया है. विचार, भाषा और कलेवर की दृष्टि से यह अप्रतिम ग्रंथ है. हर गृहस्थ को उत्तम पुस्तकें अवश्य रखनी चाहिए. सनातन का सीधा अर्थ है, जो कल भी था, आज है और हमेशा रहेगा. इसका विनाश नहीं हो सकता क्योंकि इसका कोई संस्थापक नहीं हैं. यह सनातन प्रवाह है. जिस प्रकार विज्ञान में तमाम वैज्ञानिक अपने सिद्धांत देते हैं पर उसका कोई संस्थापक नहीं हैं, वही मर्म हिंदू धर्म का है. उक्त बातें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि ने हिंदी विवेक मासिक पत्रिका द्वारा प्रकाशित ‘सनातन भारत ग्रंथ' के विमोचन समारोह में कहीं.
स्वामी गोविंददेव गिरि ने आगे कहा कि हमारी संस्कृति में सबके कल्याण की भावना कार्य करती है. हमारी परंपरा में धर्म की जीवन मूल्यात्मक व्याख्या की गई है. गीता में बताए गए 26 लक्षण जीवन मूल्य ही हैं. सर्वधर्म समभाव का उच्चारण करने से पहले भारत की परंपरा का ध्यान करो जो कहती है कि, यह सब कुछ परमात्मा का स्वरूप है. विज्ञान जितना विकास करेगा, सनातन को उतना ही प्रमाणित करता जाएगा. संसार में सबसे श्रेष्ठ विज्ञान भारत का था. जिस समाज की बुद्धि मार दी जाती है, वह पीछे हो जाता है. राष्ट्र के निर्माण के लिए समाज, जमीन, परंपरा होनी चाहिए.
भारत में यह सदा से विद्यमान रहा. तिलक रोड स्थित न्यू इंग्लिश स्कूल के गणेश सभागार में आयोजित इस ग्रंथ विमोचन समारोह में हिंदुस्थान प्रकाशन संस्था के अध्यक्ष पद्मश्री रमेश पतंगे और हिंदी विवेक के सीईओ अमोल पेडणेकर ने मुख्य अतिथियों स्वामी गोविंददेव गिरि, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर और रवींद्र वंजारवाडकर का स्वागत किया. अमोल पेडणेकर ने सनातन भारत ग्रंथ के विमोचन कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की और हिंदी विवेक के अब तक के प्रवास पर प्रकाश डाला. अतिथियों ने पिछले व्यावसायिक वर्ष में सभी टार्गेट पूरा करने वाले हिंदी विवेक के प्रतिनिधियों राजीव जहागीरदार, विलास मेस्त्री, हरिभाऊ ताम्हणकर, के.एस. चौबे और विलास आराध्ये का सम्मान किया. कार्यक्रम का संचालन हिंदी विवेक की कार्यकारी सम्पादक पल्लवी अनवेकर ने किया. मार्केटिंग हेड प्रशांत मानकुमरे ने आभार व्यक्त किया.