विश्रांतवाड़ी, 23 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
शहर में दिन दहाड़े सेंधमारी करने वाले चोरों के गिरोह को विश्रांतवाड़ी पुलिस ने धर दबोचा है. इनमें एक सर्राफ भी शामिल है. पुलिस ने गिरफ्तार किये गए चोरों के पास से चोरी के कुल 7.48 लाख रुपए मूल्य के सामान जब्त किये हैं. इन चोरों ने हाल फिलहाल शहर में 8 सेंधमारी करने की बात कुबूल की है, वहीं गिरोह सरगना पंचाक्षरी पर विभिन्न पुलिस थानों में सेंधमारी के 70 से 80 मामले दर्ज बताये गए हैं. गिरफ्तार किये गए चोरों के नाम पंचाक्षरी संगय्या स्वामी (उम्र 35 वर्ष), नरेश विष्णु अच्चुगटला (उम्र 33 वर्ष), अंगद वाल्मीक बंडगर (उम्र 30 वर्ष), शावरसिद्ध भरत पुजारी (उम्र 35 वर्ष) और कल्याणप्पा मलप्पा इंडी (उम्र 49 वर्ष) हैं.
ये सभी महाराष्ट्र में शोलापुर के निवासी हैं. यह गिरोह दिन के दौरान बंद रहने वाले घरों में सेंधमारी करके चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. दिन के समय नौकरी या किसी काम से बाहर गए लोगों के बंद घरों की रेकी करके डकैती डालने में यह गिरोह माहिर है. इस गिरोह ने शहर में विश्रांतवाड़ी सहित विभिन्न थाना क्षेत्रों में सेधमारी की. विश्रांतवाड़ी पुलिस एक ऐसे ही मामले में आरोपियों की खोजबीन कर रही थी. इसी दौरान, पुलिस कर्मचारी संपत भोसले और प्रफुल्ल मोरे को सूचना मिली कि मुंजाबाबस्ती में 3 लोग संदेहास्पद रूप में घूमते हुए सेंधमारी की तैयारी कर रहे हैं.
विश्रांतवाड़ी पुलिस तत्काल दो दल बनाकर चोरों का पकड़ने निकली. पुलिस आने की भनक लगते ही आरोपी वहां से भागने लगे, लेकिन पुलिस टीमों ने उन्हें घेर कर आखिर पकड़ ही लिया. उनसे पूछताछ में पता चला कि उन लोगों ने शहर में 8 जगहों पर सेंधमारी की. उनके पास से कटर व अन्य सामान जब्त किये गए. उनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने अन्य आरोपियों को भी धर दबोचा. इस कार्रवाई को अपर पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा, उपायुक्त श्रीकांत बोराटे, सहायक पुलिस आयुक्त आरती बनसोड़े, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्तात्रय भापकर एवं भालचंद्र ढवले के निर्देशानुसार पुलिस निरीक्षक लहू सातपुते, पुलिस हवलदार दीपक चव्हाण, यशवंत कर्वे, कर्मचारी संपत भोसले, प्रफुल्ल मोरे, संदीप देवकाते और शेखर खराड़े ने अंजाम दिया.
पुजारी लगाता था चोरी के गहनों को ठिकाने
गिरोह सदस्य पुजारी मूल रूप से शोलापुर निवासी है जो यहां कर्वेनगर में मेस चलाता है. चोरी सेंधमारी करने के लिए गिरोह के पुणे आने पर सारी व्यवस्था पुजारी ही करता था. चोरी के गहने भी पुजारी के पास ही रखे जाते थे, जिन्हें वह बाद में शोलापुर जाकर एक सरार्फा को बेच आता था. उक्त सर्राफ पर भी गिरोह में शामिल होने का आरोप है.
गिरोह सरगना पर दर्ज हैं 80 मामले
इस मामले में गिरोह सरगना पंचाक्षरी स्वामी एक संगीन अपराधी है, जिस पर सेंधमारी के लगभग 70 से 80 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं. नरेश पर भी 2022 मामले दर्ज हैं, वहीं बंडगर पर मुंबई के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में कुल 8 मामले दर्ज हैं. पुलिस ने बताया कि ये तीनों ही सेंधमारी के मामले में बड़े शातिर अपराधी हैं.