पुणे, 13 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
वरिष्ठ नागरिकों का जीवन अधिक सुखद हो और सामाजिक व आर्थिक चुनौतियों का आसानी से सामना कर सकें, इसलिए ‘वृद्ध मित्र' जैसी दूरदृष्टि से चलाई जा रही अभिनव पहल की समाज को जरुरत है. सभी मिलकर इस उपक्रम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मार्गदर्शक पहल बनाने के लिए प्रयास करें. ऐसी अपील राज्यपाल रमेश बैस ने की. वे सोसायटी ऑफ कम्युनिटी हेल्थ ओरिएंटेड ऑपरेशनल लिंक्स (स्कूल) द्वारा आयोजित ‘वृद्ध मित्र'कार्यक्रम के शहरस्तरीय विस्तार कार्यक्रम के उद्घाटन पर बोल रहे थे. कार्यक्रम में पुणे मनपा आयुक्त विक्रम कुमार, स्कूल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.बेनझीर पाटिल और अन्य उपस्थित थे. राज्यपाल बैस ने कहा वरिष्ठ नागरिक अनुभव और ज्ञान का भंडार हैं, जो उम्र के साथ आते हैं. समाज के प्रति अपना ऋण समझते हुए वे आदर और सम्मान के पात्र हैं.
अनुमान है कि 2050 तक देश में बुजुर्गों की संख्या 31 करोड़ से अधिक हो जाएगी. बुजुर्ग लोगों को आमतौर पर गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे आय अर्जित करने के लिए काम नहीं करते हैं. परिवार में उन्हें बोझ के रूप में देखना या उनकी उपेक्षा करना कष्टकारी होता है. सदस्यों को हाउसिंग सोसायटीज में बुजुर्ग व्यक्तियों की देखभाल के लिए पहल करनी चाहिए. स्कूलों जैसे संस्थानों को सरकार से बुजुर्गों के लिए एक नीति की घोषणा करने का आग्रह करना चाहिए. राज्यपाल बैस ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि पुणे मनपा के सहयोग से शुरू की जा रही अभिनव पहल ‘वृद्ध मित्र' को हर जगह लागू किया जाना चाहिए. विक्रम कुमार ने कहा, ‘स्कूल' संगठन शहर के स्लम इलाकों में रहने वाले बुजुर्ग लोगों की मदद करने और पुणे शहर को बुजुर्गों के अनुकूल शहर बनाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि मनपा के दो अस्पतालों में बुजुर्गों के लिए अलग से कक्ष बनाए गए हैं और स्कूलों के सहयोग से अन्य अस्पतालों में भी ऐसे कक्ष शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है.