ऑल इंडिया मुशायरा में उर्दू अदब की शायरी ने समां बांधा

पुणे फेस्टिवल में डॉ. पी. ए. इनामदार यूनिवर्सिटी व ‘डेक्कन मुस्लिम इंस्टीट्यूट" द्वारा शानदार आयोजन

    24-Sep-2023
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पुणे, 23 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश कलमाडी की पहल पर शुरू किए गए ‘पुणे फेस्टिवल' में शुक्रवार को 22 सितंबर की रात उर्दू, हिंदी शेर ओ शायरी का ‘ऑल इंडिया मुशायरा' आयोजित किया गया. मुशायरे की शुरूआत में ही डॉ. कासिम इमाम ने पुणे की रिमझिम बारिश पर शानदार गजल पेश की. उन्होंने लोगों के मूड और मिजाज को समझते हुए अपनी गजल कुछ इस तरह पेश की ‘पहले बारिश होती थी, तो आप याद आते थे...अब आप याद आते हो, तो बारिश होती है'. उन्होंने यह शेर सुनाकर सभी के मन की तरंगों को छेड़ दिया. डॉ. पीए इनामदार यूनिवर्सिटी, डेक्कन मुस्लिम इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित किया गया यह कार्यक्रम गणेश कला क्रीड़ा केंद्र में पूरी रंगत के साथ हुआ. ‘डेक्कन मुस्लिम इंस्टीट्यूट' के सौ वर्षों की गतिविधियों की जानकारी देने वाली पुस्तक का विमोचन इस अवसर पर किया गया. मुशायरे का उद्घाटन शमा जलाकर किया गया.
 
इस अवसर पर अभय छाजेड़, डॉ. पीए इनामदार, आबेदा इनामदार, कुलगुरु डॉ. एमडी लॉरेन्स, बालासाहेब अमराले, प्रो. इरफान शेख, शायर अंजुम बाराबंकवी (लखनऊ), डॉ. लता हया (मुंबई), शाहिदा सैयद उपस्थित थे. डॉ. उझ्मा तसनीम, इकबाल अन्सारी, डॉ.कासिम इमाम ने संचालन किया. डॉ. अजमत दलाल ने आभार व्यक्त किया. पुणे फेस्टिवल में यह मुशायरा 1992 से आयोजित किया जा रहा है.
पुण्ो गणेशोत्सव में मुस्लिम बंधुओं के बड़ी संख्या में शामिल होने से इस मुशायरे को दोनों समाजों का प्यार और सद्भावना का प्रतीक माना जाता है. देश के प्रसिद्ध शायर डॉ. लता हया (मुंबई), अंजुम बाराबंकवी (लखनऊ), अबरार काशिफ (अकोला), सरदार सलीम (हैदराबाद), सागर त्रिपाठी (वाराणसी), डॉ. कासिम इमाम (मुंबई) फरहान दिल (मालेगांव), अब्दुल हमीद हुनर (इनामदार) और शाहनवाज काजी साहिल ने अपनी शेर ओ शायरी से महफिल में समां बांध दिया.