पुणे, 14 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति की प्रतिष्ठा के निमित्त पुणे में हजारों लोगों ने अत्यंत भक्तिमय वातावरण में ‘रामरक्षा पाठ किया. एसपी कॉलेज ग्राउंड में इस अवसर पर करीब 75 हजार लोगों के उपस्थित रहने का दावा आयोजकों ने किया है. यह आयोजन भक्तिसुधा फाउंडेशन, समर्थ व्यासपीठ और शिक्षण प्रसारक मंडल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. कार्यक्रम के निमंत्रक दगडूसेठ हलवाई गणपति मंडल ट्रस्ट के महासचिव हेमंत रासने थे. इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत के कार्यवाह प्रवीण दबडघाव , पुरातत्व और मूर्तिशास्त्र के रिसर्चर गो.बं. देगलुरकर, कीर्तनकुमार, चारुदत्त आफले, अभिनेता राहुल सोलापुरकर तथा सुहास क्षीरसागर उपस्थित थे.
कार्यक्रम में तीन बार रामरक्षा का पाठ किया गया. पहला श्रीराम के लिए नमन, दूसरा देश की समृद्धि के लिए और तीसरा सैनिकों के बल के लिए किया गया. रामरक्षा पाठ के लिए स्वामी गोविंदगिरि महाराज के आश्र के शिष्यों ने रामरक्षापाठ का नेतृत्व किया. सबसे पहले लक्ष्मणाचार्य रचित रघुपति राघव राजाराम के मूल पद का पाठ किया गया. इसमें आशीष केसकर ने संगीत दिया और चारुदत्त आफले ने गायन किया.
राहुल सोलापुरकर ने रामजन्मभूमि का इतिहास बताया. अयोध्या में बनाए गया राम मंदिर नागर शैली का है. इस शैली में गर्भगृह पर शिखर आता है और उस पर कलश रखा जाता है. गर्भगृह और शिखर का कार्य पूरा हो गया है, इसलिए मंदिर शास्त्रीय दृष्टि से योग्य है. यह राय डॉक्टर देगलुकर ने व्यक्त की है. हेमंत रासने ने कहा कि कार्यक्रम का निमंत्रक होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. इस आयोजन से सभी को उर्जा मिली है. इस उर्जा का उपयोग रामनिर्माण में हो ऐसी मेरी इच्छा है.