भाषा, जाति और क्षेत्रीयता में न बंटें. यह प्रतिपादन आरएसएस प्रमुख माेहन भागवत ने किया. वे राजस्थान के बारां में आयाेजित स्वयंसेवक एकत्रीकरण कार्यक्रम मेें संबाेधित कर रहे थे. उन्हाेंने कहा हिन्दुओें काे एकजुट रहना हाेगा.मतभेद काे भुलाना हाेगा.डाॅ. माेहन भागवत ने हिंदुओं से मतभेद और विवाद मिटाकर एकजुट हाेने का आह्वान किया. आरएसएस प्रमुख ने दाेहराया कि भारतएक हिंदू राष्ट्र है. डाॅ.भागवत ने यह भी कहा कि हिन्दू समाज निरंतर संवाद के माध्यम से सद्भाव और एकजुटता बनाए रखता है. कार्यक्रम में कुल 3827 स्वयंसेवक शामिल हुए.
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी रमेश अग्रवाल, जगदीश सिंह राणा, रमेश चंद मेहता और वैद्य राधेश्याम गर्ग भी माैजूद रहे. माेहन भागवत ने हिंदुओं से एकजुट हाेने का आह्वान किया.उन्हाेंने कहा कि हिंदू समाज मतभेद और विवाद मिटाकर एक साथ आएं. उन्हाेंने कहा कि गत शनिवार काे ही माेदी ने महाराष्ट्र में कहा था- हम बंटेंगे ताे बांटने वाले महफिल सजाएंगे, जश्न मनाएंगे. अगस्त में यूपी के सीएम याेगी आदित्यनाथ ने कहा थाहम बंटेंगे ताे कटेंगे. एक रहेंगे-नेक रहेंगे.भागवत ने कहा- हिंदू समाज काे भाषा, जाति और प्रांत के मतभेद और विवाद मिटाकर अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट हाेना हाेगा. समाज में आचरण का अनुशासन, राज्य के प्रति कर्तव्य और ध्येय निष्ठ हाेने का गुण आवश्यक है.