बिबवेवाड़ी, 7 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
मां आशापुरा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली वीरांगनाओं को नवदुर्गा सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह सम्मान मां आशापुरा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से हर वर्ष नवरात्रि पर्व के अवसर पर दिया जाता है. इन निपुण महिलाओं को यह पुरस्कार पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर और कोहिनूर उद्योग समूह के अध्यक्ष कृष्णकुमार गोयल ने प्रदान किये. पुरस्कार समारोह रविवार (6 अक्टूबर) शाम मां आशापुरा माता मंदिर में आयोजित किया गया. पुरस्कार समारोह की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा देवी की आरती के साथ हुई. इस अवसर पर मां आशापुरा माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं जीतो एपेक्स इंटरनेशनल के चेयरमैन विजय भंडारी, ट्रस्ट के चेतन भंडारी, वरिष्ठ एड. एस. के. जैन, वरिष्ठ पत्रकार संजय आवटे सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे.
कार्यक्रम में शिक्षा, उद्यमिता, कला, खेल, प्रशासन, सामाजिक कार्य आदि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को यशस्वी नवदुर्गा सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसमें सहायक पुलिस निरीक्षक अर्चना काटके, ‘मिळून साऱ्याजणी’ की संपादक गीताली वि. म., माहेर संस्था की सिस्टर लूसी कुरियन, पुणे रेल मंडल की मंडल प्रबंधक इंदु दुबे, पॉवरलिफ्टिंग में लगातार पांच वर्षों तक राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता नीता मेहता, मशहूर गायिका प्रियंका बर्वे, समाज बंध सामाजिक संस्था की ट्रस्टी शर्वरी सुरेखा अरुण, अभिनेत्री-लेखिका श्रुति मधुदीप, पत्रकार सोनाली शिंदे, लेखिका सुचिता घोरपड़े, शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति अग्रवाल, मनोरमा आवरे और साधना घोड़के को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के आयोजन के लिए श्याम खंडेलवाल, राजेंद्र गोयल, मंगेश कटारिया आदि ने बहुत महत्वपूर्ण कार्य किया.
महिलाओं को और सशक्त बनाने हेतु पुरस्कार कार्यक्रम का उद्देश्य
सिर्फ महिलाओं का सम्मान करना नहीं है. आज के प्रतिस्पर्धा के युग में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे दिखाई दे रही हैं. यदि इस क्षेत्र में उनकी यात्रा को और अधिक आशाजनक बनाना है, तो उन्हें सशक्त बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए. इस सम्मान समारोह से महिलाओं की उपलब्धियों को पहचान मिल रही है. हम भविष्य में और अधिक महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए यह कार्यक्रम कर रहे हैं. - विजय भंडारी, अध्यक्ष, मां आशापुरा चैरिटेबल ट्रस्ट