हिंदुओं में देव पूजा और आराधना से ही आएगा हिंदुत्व

जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती महाराज द्वारा व्यक्त किये गये विचार

    20-Nov-2024
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बुधवार पेठ, 19 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
सभी प्राणियों में भगवान ने धर्मपालन की शक्ति केवल मनुष्य को ही दी है. इसलिए सभी को धर्म का आचरण करते रहना चाहिए. हम धार्मिक कार्यों में वेदों का आश्रय लेते हैं. क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इसका विवरण वेदों में दिया गया है. अनंत श्रीविभूषित पश्चिमान्माय द्वारका शारदा पीठाधेीशर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती महाराज ने यह विचार रखा कि हिंदुओं में देव पूजा और आराधना से ही हिंदुत्व आएगा. वह श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में बोल रहे थे. इस मौके पर शंकराचार्य ने श्री गणेश का अभिषेक और आरती भी की.
 
इस समय श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरूण मंडल की ओर से जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती महाराज का स्वागत एवं सम्मान किया गया. यहां ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने, कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी, महासचिव हेमन्त रासने, महोत्सव के प्रमुख अक्षय गोडसे, संयुक्त सचिव अमोल केदारी समेत पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे. श्री सदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि मानव शरीर अत्यंत दुर्लभ है. ईेशर प्राप्ति के सर्वो त्तम उपायों में गणपति पूजन सबसे पहला और सर्वश्रेष्ठ उपाय है. श्री गणेश की पूजा महादेव श्री विष्णु भी करते हैं इसलिए गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना जाता है.