महापुरुषों के विभाजन से जीवन का अर्थ समाप्त होगा ः नागराज मंजुले

महात्मा फुले समता पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद प्रसिद्ध फिल्म डायरेक्टर ने कहा

    29-Nov-2024
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nagraj
 
 
पुणे, 28 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
आज की व्यवस्था चाहती है कि आपको समझ न आए, आपकी आंखें खुलें ही नहीं, क्योंकि यदि आप समझदार बनेंगे, तो सच को जान पाएंगे. संविधान पढ़ें, महात्मा फुले का साहित्य पढ़ें, आपको समानता और सही सोच का महत्व समझ आएगा. मैंने भी फुले के साहित्य को पढ़ने के बाद ही सही मार्ग पाया, प्रसिद्ध निर्देशक, लेखक और अभिनेता नागराज मंजुले ने यह बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि महापुरुषों के कारण हम आज बेहतर जीवन जी पा रहे हैं, लेकिन यदि हम इन महापुरुषों का विभाजन करेंगे, तो जीवन का कोई अर्थ नहीं बचेगा.
 
अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद द्वारा महात्मा फुले पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदान किए जाने वाले महात्मा फुले समता पुरस्कार से इस वर्ष प्रसिद्ध लेखक, निर्देशक और अभिनेता नागराज मंजुले को सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार में एक लाख रुपये, फुले पगड़ी, मानपत्र, शॉल और स्मृति चिन्ह शामिल हैं. यह समारोह परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक छगन भुजबल की अध्यक्षता में समता भूमि, फुलेवाड़ा, पुणे में आयोजित किया गया.
 
छगन भुजबल ने कहा कि हमारे लिए प्रेरणास्थल यह फुलेवाड़ा है. यह वैचारिक ऊर्जा का केंद्र है. यहां समता पुरस्कार के लिए मंजुले को सम्मानित करना हमारे लिए गर्व की बात है. उन्होंने फिल्मों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उठाया और जनता के सामने महत्वपूर्ण सवाल रखे. समता के विचार को आगे ले जाना ही हम सबकी जिम्मेदारी है. इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, परिषद के पुणे विभागीय अध्यक्ष प्रीतेश गवली, वैशाली बनकर, शहर अध्यक्ष पंढरीनाथ बनकर, महिला शहर अध्यक्ष वैष्णवी सातव, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.