पुणे लाेकसभा क्षेत्र से निर्वाचित सांसद मुरलीधर माेहाेल काे सीधे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. उम्मीद है कि स्थायी समिति अध्यक्ष और मेयर पद के बाद अब उन्हें सीधे केंद्रीय मंत्री बनाये जाने से पुणे के विकास काे गति मिलेगी. साथ ही शहर व जिले के पेंडिंग प्राेजे्नट्स काे रफ्तार मिलेगी.इससे पहले पुणे जिले से विट्ठलराव गाडगिल, शरद पवार, सुरेश कलमाड़ी जैसे सांसदाें काे केंद्रीय मंत्रिमंडल में माैका मिला. पिछले कार्यकाल में मध्य प्रदेश से राज्यसभा में गए, लेकिन मूल रूप से पुणे के रहने वाले प्रकाश जावड़ेकर केंद्र में मंत्री पद संभाल चुके हैं. मुख्य रूप से देश के आठवें शहर पुणे काे सुरेश कलमाड़ी के बाद मंत्री पद मिला है.यदि हम पुणे पर विचार करें ताे मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दाैरान सुरेश कलमाड़ी शहर के लिए भारी मात्रा में धन लाए.
युवा राष्ट्रकुल टूर्नामेंट के अवसर पर म्हालुंगे बालेवाड़ी में श्री छत्रपति शिवाजी महाराज स्पाेर्ट्स काॅम्प्लेक्स का निर्माण तथा शहर में सड़काें का चाैड़ीकरण और कांक्रीटिकरण बड़ेपैमाने पर हुआ. कलमाड़ी के कार्यकाल में ही बीआरटी प्राेजेक्ट शुरू हुआ. दिल्ली के नेताओं से संबंध भी इसके लिए उपयाेगी साबित हुए.पुणे की राजनीति पर उनकी पकड़ करीब दाे दशक तक रही, लेकिन दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलाें में कथित घाेटाले के आराेप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और कांग्रेस ने उन्हें किनारे कर दिया. कलमाड़ी के बाद पालकमंत्री अजीत पवार ने शहर पर फाेकस किया. कुछ समय तक वे इसमें सफल भी रहे, लेकिन 2014 के बाद माेदी के करिश्मे के आगे अजीत पवार का सिक्का भी फीका पड़ गया. केंद्र और राज्य में सत्ता हासिल करने के बाद बीजेपी ने पहली बार अकेले दम पर मनपा में सत्ता हासिल की