पिंपरी-चिंचवड़, 9 जून (आ.प्र)
वाल्हेकरवाड़ी में होटल रणमाला रोड पर स्थित नाले के पास बड़ी मात्रा में बायोमेडिकल कचरा फेंका जा रहा है, जो स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है. इस बायोमेडिकल कचरे में कई एक्स्पायर्ड गोलियां, दवाइयां और इंजेक्शन शामिल हैं और यह नाले के बिल्कुल नजदीक फेंका गया है जिससे यह फिसलकर नाले में गिरता है और सीधे पावना नदी को दूषित करता है. जबकि पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने हॉस्पिटलों और क्लीनिकों से बायोमेडिकल कचरे के प्रबंधन के लिए एक निजी कांट्रैक्टर को काम पर रखा है. इसके बावजूद, ठेकेदार की लापरवाही के कारण खतरनाक कचरे को खुले में फेंक दिया गया है.
स्थानीय लोगों ने बताया है कि यह गतिविधि लगतार हो रही है और दिन- ब-दिन बढ़ रही है जिससे गंभीर स्वास्थ्य और नदी प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है. इसलिए हम संबंधित अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे स्वास्थ्य खतरे को ध्यान में रखते हुए और प्रदूषण को और अधिक बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करें और सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए बायोमेडिकल कचरे का उचित निपटान सुनिश्चित करें. शहर के हॉस्पिटल और क्लीनिक हर दिन बड़ी मात्रा में बायोमेडिकल कचरे का निपटान कर रहे हैं. पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने हॉस्पिटलों और क्लीनिकों से इस कचरे को इकट्ठा करने के लिए एक कांट्रैक्टर को नियुक्त किया है, जिसने स्वास्थ्य विभाग से 15 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया है.
इसलिए यह कांट्रैक्टर ही बायोमेडिकल कचरे को इकट्ठा करने और वैज्ञानिक तरीके से निपटाने के लिए जिम्मेदार है. लेकिन अक्सर पाया गया है कि हॉस्पिटल और क्लीनिक या कांट्रैक्टर ही इस कचरे को खुले में फेंक देते हैं और यह गतिविधि पिछले कुछ महीनों से दिन-ब-दिन बढ़ रही है. पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की सीमा के भीतर कई हॉस्पिटलों, क्लीनिकों और मेडिकल परिसरों में बायोमेडिकल कचरा खुले में फेंका हुआ पाया गया है और यह बायोमेडिकल कचरे के संग्रह और निपटान के प्रबंधन में कांट्रैक्टर के कार्य पर गंभीर सवाल उठा रहे है और उनकी काम के प्रति कामचोरी को दर्शा रहे हैं.
रात के समय नदी में बहायी जाती है गंदगी
पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के चिकित्सा विभाग के अंतर्गत 32 क्लीनिक और 8 हॉस्पिटल हैं और इन क्लीनिक और हॉस्पिटलों बायोमेडिकल कचरे को इक्कठा करना और उचित तरीके से निपटान करने के जिम्मेदारी नियुक्त निजी ठेकेदारों की है. हालांकि, वाल्हेकरवाड़ी क्षेत्र के निजी हॉस्पिटल्स वैज्ञानिक निपटान विधियों का पालन नहीं कर रहे हैं और वे अक्सर बायोमेडिकल कचरे को खुले में फेंक देते हैं. अब यह गतिविधि हॉस्पिटलों द्वारा की जा रही है या ठेकेदारों द्वारा यह पता लगाया जा रहा है और नागरिकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस गतिविधि को अंजाम अक्सर रात के समय दिया जाता है.
मनपा कचरा निपटान के लिए लेती है पैसे
कचरा को इक्कठा और निपटान के लिए पिंपरी-चिंचवड़ मनपा हॉस्पिटलों और क्लीनिकों से उनके परिसर और उपस्थित बेड की संख्या के अनुसार पैसे लेती है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करने में विफल रहा है कि इन सुविधाओं से नियमित रूप से खतरनाक अपशिष्ट एकत्र किया जाए.