पुणे 13 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क )
किसी अपराध को अंजाम देने के बाद अपराध की जांच में आरोपी तक पहुंचने और आरोपी को सजा दिलाने के लिए अपराध स्थल पर मौजूद सबूत के छोटे- छोटे टुकड़े महत्वपूर्ण हो जाते हैं. इसी तर्ज पर पुणे पुलिस बल में भी जल्द ही फॉरेंसिक बाइक पेश की जाएंगी. देशभर में 1 जुलाई से भारतीय दंड संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और आपराधिक प्रक्रिया संहिता में संशोधन किया गया है. यह 7 साल या उससे अधिक की सजा वाला अपराध है. ऐसे सभी मामलों में फोरेंसिक टीम को अपराध स्थल का दौरा करना आवश्यक होगा. इस वजह से, अपराध होने के बाद फोरेंसिक टीम का समय पर पहुंचना महत्वपूर्ण है. इस बाइक के जरिए घटना स्थल पर तुरंत पहुंचने के लिए दोपहिया वाहनों का उपयोग किया जाएगा. इसके लिए पुलिस को प्रशिक्षित भी किया गया है.सबूत कैसे इकट्ठा करें, हत्या, डकैती, चोरी के मामलों में क्या सावधानी बरतें, सबूत कैसे इकट्ठा करें, उसे कैसे पैक करें. कई अपराधों में डीएनए एक अहम सबूत होता है. इस बात की ट्रेनिंग दी गई है कि इस फोरेंसिक बाइक में मैग्निफाइंग ग्लास, मास्क, टॉर्च, ब्रश, प्लास्टिक बैग जैसी सामग्रियां होंगी. हर पुलिस स्टेशन के कुछ कर्मी अपराध स्थल से फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र कर सकते हैं.