बाढ़ की स्थिति के चलते महावितरण हाई अलर्ट पर

सुरक्षा कारणों से पुणे व पिंपरी-चिंचवड़ में बिजली आपूर्ति बंद, भारी बारिश से विद्युत व्यवस्था प्रभावित

    26-Jul-2024
Total Views |
 
maha
 
 
पुणे, 25 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
भारी बारिश और खराब मौसम ने मुख्य रूप से पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहर सहित मुलशी, मावल, खेड़ तहसील में बिजली व्यवस्था को प्रभावित किया है. चूंकि कई सोसायटियों में बिजली व्यवस्था और मीटर बॉक्स पानी की चपेट में आ गये हैं, इसलिए दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय के तहत्‌‍ 13 बिजली लाइनों के साथ 699 वितरण इकाइयों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है. साथ ही भारी बारिश और बाढ़ के पानी के कारण ट्रांसफार्मर्स आदि भी खराब हो गये हैं. इससे विभिन्न इलाकों के करीब 84 हजार 600 ग्राहकों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी. बाढ़ की स्थिति के कारण महावितरण हाई अलर्ट पर है और इसके कर्मी जरूरी कदम उठा रहे हैं.
 
जिन स्थानों पर बिजली व्यवस्था चरमरा गई है, वहां बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए महावितरण की ओर से युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. गुरुवार को दोपहर बाद भारी बारिश के कारण मरम्मत कार्य में बड़ी बाधाएं आईं. साथ ही जिन सोसायटियों या इलाकों में सुरक्षा की दृष्टि से बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है, वहां पानी की निकासी और निरीक्षण के बाद बिजली आपूर्ति फिर से शुरू की जाएगी. तब तक महावितरण ने नागरिकों से सहयोग करने की अपील की है.
 
खड़कवासला डैम से गुरुवार को पानी छोड़े जाने से मुख्य रूप से नदी के किनारे वाले मोहल्लों व सोसायटियों के मीटर बॉक्स में पानी घुस गया. इस वजह से विभिन्न सोसायटियों में बिजली सप्लाई बंद की गई. कुछ क्षेत्रों में पेड़ की टहनियां गिरने व फिडर पिलर में पानी घुसने से बिजली सप्लाई बाधित हो गई. इसे पूर्ववत करने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं. ट्रांसफार्मर्स में पानी घुसने से निगड़ी स्थित घरकुल व ओटा स्कीम की बिजली सप्लाई बंद की गई है.
 
साथ ही सेक्टर-4 के मातोश्रीनगर, रावेत स्थित नदी के तट का परिसर, सांगवी, हिंजवड़ी, दापोड़ी, खरालवाड़ी आदि क्षेत्रों के 55 ट्रांसफार्मर्स की बिजली सप्लाई बंद रखी गई है. बिजली सप्लाई व लोगों की सुरक्षा के लिए मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार ने गुरुवार सुबह से ही हर घंटे स्थिति का जायजा लिया और सभी इंजीनियरों व कर्मियों को सतर्क व ऑन फील्ड रहने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने हिंगणे, डेक्कन, विश्रांतवाड़ी आदि क्षेत्रों में जगह-जगह जाकर निरीक्षण किया.