देश का माहाैल पूरी तरह से विपक्ष के पक्ष में है.यह प्रतिपादन साेनिया गांधी ने किया. संसद भवन के सेंट्रल हाल में कांग्रेस नेताओं काे संबाेधित करते हुए उन्हाेंने कहा महाराष्ट्र सहित 4 राज्याें के विधानसभा चुनाव देश की राजनीति में बदलाव लाएंगे और साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में नया परिवर्तन आएगा. उन्हाेंने कहा कि भाजपा देश में सिर्फ बांटने का काम कर रही है. साेनिया ने कहा- हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए. मैं यह कह सकती हूं कि यदि हम लाेकसभा चुनावाें की तरह ही 4 राज्याें के विधानसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं ताे राष्ट्रीय राजनीति में भी बड़ा बदलाव आएगा. साेनिया गांधी पुराने संसद भवन के सेंट्रल हाॅल (संविधान सदन) में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में बाेल रही थीं.
इस दाैरान पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत सभी सांसद माैजूद थे. हमें लगा था कि माेदी सरकार लाेकसभा चुनाव में लगे बड़े झटके से सबकलेगी. लेकिन इसके बजाय वह समुदायाें काे बांटने और डर फैलाने की अपनी नीति पर कायम है.
बजट में किसानाें और युवाओं की मांगाें काे नजरअंदाज कर दिया गया. कई महत्वपूर्ण सेक्टर के साथ बजट आवंटन में न्याय नहीं किया गया है. लाेगाें में निराशा है. केंद्र सरकार आत्मभ्रम में है. देश भर में कराेड़ाें परिवार बढ़ती बेराेजगारी और महंगाई से तबाह हाे रहे हैं. कांवड़ यात्रा के रास्ते में दुकानदाराें के नाम लिखने के यूपी-उत्तराखंड सरकार के आदेश पर साैभाग्य से सुप्रीम काेर्ट ने सही समय पर हस्तक्षेप किया. यह केवल कुछ समय के लिए राहत हाे सकती है. ब्यूराेक्रेसी काे आरएसएस के कार्यक्रमाें में जाने की परमिशन देने के लिए अचानक नियमाें काे बदला जा रहा है.
आरएसएस खुद काे एक सांस्कृतिक संगठन कहता है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि यह भाजपा का राजनीतिक और वैचारिक आधार है. आप में से कई लाेग पहली बार सांसद बने हैंकल हमारा ओरिएंटेशन प्राेग्राम था. ऐसे और भी माैके आएंगे. आपकाे पूरी तरह से तैयार रहना है. संसद का काेई भी सत्र न छाेड़ें. अलर्ट रहे और कमेटी के कामाें काे गंभीरता से लें. साेनिया गांधी ने कहा कि हमें लगा था कि माेदी सरकार लाेकसभा चुनाव में लगे बड़े झटके से सबक लेगी. लेकिन इसके बजाय वह समुदायाें काे बांटने और डर फैलाने की अपनी नीति पर कायम है. बजट में किसानाें और युवाओं की मांगाें काे नजरअंदाज कर दिया गया. कई महत्वपूर्ण सेक्टर के साथ बजट आवंटन में न्याय नहीं किया गया है. लाेगाें में निराशा है. केंद्र सरकार आत्मभ्रम में है.देश भर में कराेड़ाें परिवार बढ़ती बेराेजगारी और महंगाई से तबाह हाे रहे हैं.