नासिक-डहाणू रेलवे लाइन के सर्वेक्षण को मंजूरी

02 Sep 2024 13:11:10
 
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नासिक, 1 सितंबर (वि.प्र.)
 
केंद्र ने नासिक डहाणू रेलवे लाइन के सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी है. इस परियोजना से नासिक जिले को अधिक लाभ होगा. धार्मिक, ऐतिहासिक एवं कृषि क्षेत्र की दृष्टि से इस जिले का विशेष महत्व है. उस संबंध में, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के तहत नासिक - त्र्यंबकेेशर - वानगांव पोर्ट बीजी रेलवे के विस्तार को मंजूरी देने की मांग की गई थी. राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री छगन भुजबल ने 18 जून, 2024 को केंद्रीय रेल मंत्री अेिशनी वैष्णव को पत्र लिखकर यह मांग की. साथ ही भुजबल लगातार इस संबंध में फॉलोअप कर रहे थे. आख़िरकार वह सफल हो गया. कुछ दिन पहले ही राज्य और केंद्र सरकार की ओर से बंदरगाह के विस्तार को मंजूरी दी गई थी. इस बंदरगाह की आधारशिला और आधारशिला का अनावरण हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. केंद्र सरकार ने इस बंदरगाह को जोड़ने के लिए नासिक-डहाणू रेलवे लाइन के सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी है. नासिक से डहाणू रेलवे की यह 100 किलोमीटर की लाइन दो महत्वपूर्ण स्थानों की कनेक्टिविटी को बहुत बढ़ाएगी. साथ ही यह प्रोजेक्ट आर्थिक रूप से भी काफी फायदेमंद होगा. विशेष रूप से, इस रेलवे लाइन के कारण त्र्यंबकेेशर और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पंचवटी जैसे धार्मिक महत्व के स्थानों तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा और यात्रा का समय भी बचेगा.
 
किसानों को होगी आसानी
खासकर चूंकि नासिक जिला कृषि के क्षेत्र में अग्रणी है, इसलिए नासिक जिले में कृषि उपज बढ़ने से किसानों के लिए बंदरगाह तक पहुंचना आसान हो जाएगा. साथ ही, कृषि उत्पादों सहित सभी प्रकार के औद्योगिक उत्पादों के आयात और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य के आर्थिक विकास में काफी मदद मिलेगी. साथ ही नासिक एक्सटेंशन पोर्ट बीजी रेलवे को सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए त्र्यंबकेेशर ज्योतिर्लिंग से जोड़ा जाएगा और इस क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक लाभ को बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी पालघर जिले के आदिवासी बेल्ट जव्हार, मोखाडा को जोड़ा जाएगा, जिससे इस क्षेत्र का और विकास होगा
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