पुणे, 4 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
लोकतंत्र के उत्सव में सभी को खुशी-खुशी भाग लेना चाहिए और निष्पक्ष एवं तनावमुक्त होकर चुनाव प्रक्रिया का संचालन करना चाहिए, कर्मचारियों के साथ समन्वय रखकर पारदर्शी एवं भयमुक्त वातावरण में कार्य करें. यह निर्देश राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. चोक्कलिंगम ने दिया. वे यशदा में आयोजित आगामी विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में पुणे और कोंकण डिवीजन में चुनाव रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक चुनाव रिटर्निंग अधिकारियों के 5 दिवसीय प्रशिक्षण के शुभारंभ पर बोल रहे थे. इस अवसर पर निर्वाचन आयोग के एफ विल्फ्रेड, विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, कलेक्टर डॉ सुहास दिवसे एवं उपजिला निर्वाचन अधिकारी मीनल कलसकर उपस्थित थे. डॉ. पुलकुंडवार ने कहा, चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करना सभी की जिम्मेदारी है. हर चुनाव का ऐसे सामना करना चाहिए जैसे कि यह पहला चुनाव हो. चुनाव प्रक्रिया खर्च सीमा के अंदर ही होगा. समय सीमा का पालन किया जाए. डॉ. दिवसे ने कहा, मौजूदा चुनाव तकनीक पर आधारित है. इसलिए, चुनावी प्रक्रिया में सटीकता महत्वपूर्ण है. चुनाव से संबंधित सभी रिकॉर्ड अब डिजिटल रूप से संग्रहित किए जाते हैं. मतदाता सूचियों की शुद्धता महत्वपूर्ण है और इस प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से संचालित करना सभी की जिम्मेदारी है.
चुनाव प्रक्रिया पर खर्च सीमित करें
इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि मतदान सामग्री का वितरण निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्दे शों का कड़ाई से पालन करते हुए सहजता से किया जाएगा. पहले जहां भी चुनाव के लिए आवश्यक सामग्री खरीदी जाती थी, उसे मुंबई लाया जाता था और वहां से संबंधित जिलों में वितरित किया जाता था. लेकिन मैनपॉवर, समय और ऊर्जा की देरी और बर्बादी को देखते हुए, हमने इन सामग्रियों को खरीद के स्थान से सीधे जिलों में वितरित करने का प्रयास किया है और आगे से इस पर अधिक जोर दिया जाएगा.