चांदी की ‌‘हॉलमार्किंग‌’ का ज्वेलर्स द्वारा स्वागत

11 Jan 2025 11:35:50
 
 
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लक्ष्मी रोड, 10 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
सोने की तरह, उपभोक्ता चांदी के आभूषणों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए उन पर भी हॉलमार्किंग की मांग कर रहे हैं. इसलिए, केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) को चांदी के आभूषणों की हॉलमार्किंग की संभावना पर विचार करने का निर्देश दिया है. पुणे के ज्वेलर्स ने इस सुझाव का स्वागत किया है. हालांकि, उन्होंने यह अपेक्षा भी जताई है कि इस निर्णय को क्रियान्वित करते समय पहले समुचित बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाना चाहिए. चांदी के आभूषणों पर हॉलमार्किंग की मांग उपभोक्ताओं की ओर से की जा रही है.
 
प्रहलाद जोशी का कहना है कि इस मांग पर विचार करने की जरूरत है. इस विषय पर चर्चा पहले से ही चल रही है. जोशी ने यह भी संकेत दिया कि बीआईएस द्वारा इन चर्चाओं के आधार पर शीघ्र ही निर्णय लिए जाने की उम्मीद है. इस अवसर पर उपस्थित बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा कि हम उपभोक्ताओं और आभूषण निर्माताओं के साथ इस बारे में चर्चा कर रहे हैं. सभी विवरण पूरा होने के बाद हम तीन से छह महीने के भीतर चांदी के आभूषणों पर हॉलमार्क लगाने के निर्णय को क्रियान्वित कर सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह फैसला जल्दबाजी में नहीं बल्कि सोच-समझकर लिया जा रहा है. कई राज्यों ने चांदी के आभूषणों पर हॉलमार्किंग के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.
 
हालांकि, गुजरात, कर्नाटक और कुछ अन्य राज्यों ने इस संबंध में समय मांगा है. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हॉलमार्किंग से भारत को वैेिशक आभूषण बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिल रही है. सोने के आभूषणों पर हॉलमार्किंग का प्रयोग काफी सफल रहा सोने के आभूषणों पर हॉलमार्किंग का प्रयोग काफी सफल रहा है. सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग की प्रक्रिया जून 2021 में शुरू हुई.इसके बाद देश के 361 जिलों में सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग की जाती है. वर्तमान में खरीदे गए 90% सोने के आभूषण हॉलमार्क वाले होते हैं. अब तक देश में कुल आभूषणों में से 44.28% की हॉलमार्किंग पूरी हो चुकी है.
 
हॉलमार्किंग उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ा लाभ
 

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हम इस सुझाव का स्वागत करते हैं. सोने पर हॉलमार्किंग का चलन कई वर्षों से चला आ रहा है. हालांकि, इसके लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा अभी भी नहीं है. इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि चांदी की हॉलमार्किंग को लागू करते समय पहले बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा. चर्चा यह है कि चांदी की केवल तीन श्रेणियों को ही हॉलमार्क किया जाना चाहिए. हालांकि, ऐसा करने के बजाय चांदी की शुद्धता के अनुसार कीमत वसूलने की स्वतंत्रता होनी चाहिए. मेरा मानना है कि इसके लिए चांदी की शुद्धता की तीन श्रेणियों की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए. हॉलमार्किंग उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ा लाभ है. बेशक, इसका खर्च ग्राहकों को ही उठाना होगा. लेकिन, यदि शुद्धता का ओशासन हो तो उपभोक्ता बिना किसी हिचकिचाहट के खरीदारी कर सकते हैं.
 
- फतेचंद रांका, अध्यक्ष, पुणे सर्राफ एसोसिएशन
 
 ग्राहकों के वेिशास के आधार पर व्यवसाय वृद्धि
 
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चांदी पर हॉलमार्किंग का सुझाव बहुत अच्छा और स्वागत योग्य है. इससे लेन-देन में पारदर्शिता आएगी. देश के पश्चिमी क्षेत्र में सोने पर पहली बार हॉलमार्किंग की शुरुआत गोल्ड मार्ट द्वारा 2001 में ही की गई थी. मैं कहूंगी कि उपभोक्ता के हितों को ध्यान में रखते हुए हॉलमार्किंग बहुत महत्वपूर्ण है. हॉलमार्किंग चांदी की शुद्धता सुनिश्चित करती है. ग्राहक के मन में यह भरोसा होना कि उन्हें उतनी ही चांदी या आभूषण मिलेगा, जितनी उन्होंने चुकाई है, बहुत महत्वपूर्ण है. यह पारदर्शिता वह है जो कोई भी अच्छा व्यवसायी चाहता है. इससे आपके ग्राहकों के बीच आपके ब्रांड के प्रति वेिशास कायम करने में मदद मिलती है. ग्राहकों के वेिशास के आधार पर व्यवसायवृद्धि हो सकती है.
- संगीता ललवाणी, निदेशक, गोल्ड मार्ट
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