महाकुंभ में तीन कराेड़ लाेगाें ने डुबकी लगाई. यह जानकारी मंगलवार काे मेला प्रशासन ने दी. मंगलवार काे मकरसंक्रांति के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं का जनसागर उमड़ा. शासन की तरफ से हेलिकाॅप्टर से फूल बरसाए गए, दुनियाभर से साधु संत व 50 से ज्यादा देशाें के श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किए.कुंभनगरी में हाथाें में तलवार-त्रिशूल और डमरू लिए संन्यासी.पूरे शरीर पर भभूत. घाेड़े और रथ की सवारी. हर-हर महादेव का उद्घाेष. यह सीन है संगम के घाटाें का, जहां महाकुंभ का पहला अमृत (शाही) स्नान मंगलवार सुबह 6.15 बजे से शुरू हुआ. सरकारी आंकड़ाें के मुताबिक, दाेपहर 2 बजे तक 2 कराेड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे. हालात संभालने के लिए आर्मी काे भी स्टैंड बाई पर रखा गया है.
जूना अखाड़े समेत 7 संन्यासी अखाड़ाें के संत 2 बजे तक स्नान कर चुके थे. इसके बाद वैरागी अखाड़ाें के संत संगम में स्नान करने के लिए निकले थे. महाकुंभ में पहली बार शाही स्नान की जगह अमृत स्नान शब्द का इस्तेमाल किया गया. अखाड़ाें ने नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था. संगम जाने वाले सभी रास्ताें में 8 से 10 किमी तक श्रद्धालुओं की भीड़ है. स्नान के लिए सभी 13 अखाड़ाें काे अलग-अलग 30-40 मिनट का समय दिया गया है. दुनियाभर का मीडिया और 50 से ज्यादा देशाें के श्रद्धालु संगम पर माैजूद रहे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने महाकुंभ मेला 2025 पर कहा कि साल 2019 का कुंभ प्रधानमंत्री माेदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं के आधार पर बहुत अच्छा हुआ था, जिसमें 25 कराेड़ से अधिक लाेग आए थे.
कल करीब डेढ़ कराेड़ और आज अभी तक 2 कराेड़ लाेग महाकुंभ में आ चुके हैं. मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ हर घंटे महाकुंभ की माॅनिटरिंग कर रहे हैं. हमारा मानना है कि इस बार 50 कराेड़ से भी अधिक लाेग महाकुंभ में आएंगे. लाेक गायिका मालिनी अवस्थी ने महाकुंभ पर कहा कि आज संक्रांति के दिन जब हमने संगम में डुबकी लगाई ताे अद्भुत लगा. वाकई जीवन सफल हाे गया. व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं, ठहरने के लिए बहुत अच्छी व्यवस्थाएं हैं. शाैचालय और वस्त्र बदलने के लिए बहुत अच्छे बूथ हैं. सुरक्षा और सफाई दाेनाें ही हैं. मैं सभी से अनुराेध करती हूं कि महाकुंभ में जरूर आएं. जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा, मैं बहुत प्रसन्न हूं क्याेंकि सभी आचार्याें में सबसे पहला शाही स्नान मेरा हुआ. सरकार की व्यवस्था से मैं बहुत प्रसन्न हू