भारत में महिलाओं को बहुत पहले से ही मताधिकार

15 Jan 2025 11:05:04
 
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पुणे, 14 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भारतीय प्रबंधन विचार प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए कहा है कि भारत में महिलाओं को अन्य देशों की तुलना में बहुत पहले से ही मताधिकार प्राप्त है. उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सिम्बायोसिस द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया. साथ ही उन्होंने डॉ. एस. बी. मुजुमदार को वैेिशक शिक्षा आइकन के रूप में भी उल्लेख किया तथा उन्हें राज्यसभा में मनोनीत होते देखने की इच्छा व्यक्त की है. सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सिम्‌‍-इमर्ज 2025 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में वे बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, पुणे द्वारा यह आयोजन किया गया था. सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पुणे की पूर्व मेयर एवं सांसद वंदना चव्हाण भी आमंत्रित थी.
 
सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. एस. बी. मुजुमदार ने समारोह की अध्यक्षता की. पूर्व सांसद वंदना चव्हाण ने स्थिरता के महत्व और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में अपने विचार रखे. उन्होंने इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जागरुकता पैदा करने के लिए अधिक हरित राजदूतों की आवश्यकता की भी वकालत की. सम्मेलन में जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी, यूएससीआई यूनिवर्सिटी, मलेशिया के प्रख्यात विद्वानों द्वारा एक प्री-कॉन्फ्रेंस रिसर्च वर्कशॉप आयोजित की गई. जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी - कॉस्टेलो कॉलेज ऑफ बिजनेस इस सम्मेलन के लिए अकादमिक भागीदार था.
 
जीएमयू, एस्टन यूनिवर्सिटी, यूके और यूएससीआई यूनिवर्सिटी, मलेशिया के प्रख्यात विद्वानों ने सम्मेलन में भाग लिया. एसआईबीएम पुणे के निदेशक डॉ. श्रीरंग आलतेकर ने उद्घाटन भाषण दिया. एसआईयू की प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरवडेकर ने स्वागत भाषण दिया और एसआईयू के कुलपति डॉ. आर. रमन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. सम्मेलन के दौरान सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी (जीएमयू), यूएसए के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. एसआईयू की प्रो-चांसलर डॉ. विद्या येरवडेकर और जीएमयू के डीन डॉ. अजय विन्जे ने इस पर हस्ताक्षर किए.
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