भारत तेज़ी से दुनिया की बड़ी समुद्री शक्ति बन रहा: माेदी

16 Jan 2025 22:21:04
 
 

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मुंबई में तीन प्रमुख नाैसैनिक युद्धपाेताें काे नाैसेना के बेड़े में शामिल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने कहा की भारत तेज़ी से दुनिया की बड़ी समुद्री शक्ति बन रहा है.भारत की ताकत और विकास का लाेहा आज पूरा विश्व मान रहा हैं, हम विस्तारवाद में नहीं विकासवाद में भराेसा रखते हैं, जल-थल या फिर आकाश हाे, भारत अपनी सुरक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है. मेड इन इंडिया के तहत हम नए कीर्तिमान बना रहे हैं. बाद में पीएम माेदी ने खारघर में इस्काॅन मंदिर का उद्घाटन किया. विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की शानदार सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी बुधवार काे पहली बार मुंबई पहुंचे. इस दाैरे के पहले सत्र में उन्हाेंने 2 युद्धपाेताें और एक पनडुब्बी का उद्घाटन किया. इस दाैरान प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने कहा, आज भारत की समुद्री विरासत, नाैसेना के गाैरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत के मिशन के लिए बहुत बड़ा दिन है.
 
छत्रपति शिवाजी महाराज ने भारतीय नाैसेना काे नई ताकत और नई दृष्टि दी. उनकी पवित्र भूमि पर, हम 21वीं सदी की नाैसेना काे मजबूत करते हैं. यह पहली बार है कि एक विध्वंसक, एक युद्धपाेत और एक पनडुब्बी, तीनाें एक ही समय में काम कर रहे हैं.आज, भारत काे विश्व स्तर पर, विशेष रूप से ग्लाेबल साउथ में एक विश्वसनीय और जिम्मेदार भागीदार के रूप में पहचाना जाता है. भारत विकासवाद की भावना से काम करता है, न कि विस्तारवाद की. भारत ने हमेशा खुले, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध भारत का समर्थन किया है. देश का सबसे बड़ा हेलीकाॅप्टर विनिर्माण संयंत्र कर्नाटक में शुरू हाे गया है. यूपी-तमिलनाडु में बन रहे डिफेंस काॅरिडाेर काे और गति मिलेगी. नाैसेना ने मेक इन इंडिया अभियान का भी विस्तार किया है. मझगांव डाॅक यार्ड में आपके सहयाेगियाें काे एक भूमिका निभानी है.
 
10 साल में 33 जहाज और 7 पनडुब्बियां नाैसेना में शामिल हुईं. इनमें से 39 का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में किया गया है. हमारी सेना ने 5 हजार से ज्यादा ऐसे उपकरणाें की सूची तैयार की है, जिन्हें वाे अब विदेश से आयात नहीं करेगी. जब काेई भारतीय सैनिक भारतीय साजाेसामान के साथ आगे बढ़ता है ताे उसका आत्मविश्वास भी अलग हाेता है. इस माैके पर प्रधानमंत्री माेदी के साथ मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे माैजूद रहे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर का ऐतिहासिक कमीशनिंग न केवल भारतीय नाैसेना के लिए बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की बढ़ती शक्ति का भी प्रमाण है. हिंद महासागर क्षेत्र हमेशा से ही भू-सामरिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है.
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